
चीन में कोरोना संक्रमण की रफ्तार काफी तेज है. इसी बात का डर दुनिया के तमाम देशों में दिख रहा है. हालात की गंभीरता को देखते हुए भारत में भी तैयारियों को फिर से जांचा-परखा जाने लगा है. सबसे ज्यादा सावधानी एयरपोर्ट पर बरती जा रही है, जहां विदेश से आने वालों पर खास नजर है. केंद्र के निर्देश पर आज शनिवार से देश भर के तमाम एयरपोर्ट्स पर रैंडम सैंपलिंग शुरू हो चुकी है.
इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने भी ट्वीट कर जानकारी दी है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, "दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आज चीन, हांगकांग, बैंकॉक, जापान, साउथ कोरिया सहित विदेश से आने वाले यात्रियों का कोरोना का सैम्पल टेस्ट चालू कर दिया गया है. कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं."
दरअसल, सरकार की चुनौती क्रिसमस और न्यू ईयर सेलिब्रेशन को लेकर है. कारण, इस दौरान लोगों की आवाजाही बढ़ेगी. देश-विदेश आने-जाने वालों की संख्या में काफी ज्यादा इजाफा होता है और यही संक्रमण की सबसे बड़ी वजह बन जाती है. ऐसे में एयरपोर्ट पर अलर्ट और भीड़ वाले इलाकों में एहतियात से ही हालात बिगड़ने से बचा जा सकता है. देश के सभी एयरपोर्ट्स पर विशेष मेडिकल टीमें मुस्तैद हो चुकी हैं. कोरोना को रोकने के लिए विदेश से लौट रहे यात्रियों की रैंडम सैंपलिंग की जा रही है ताकि देश सेफ रहे.
बता दें कि दो दिन पहले ही प्रधानमंत्री मोदी ने रिव्यू मीटिंग की थी. उसी अहम बैठक के बाद तय हुआ कि तमाम एयरपोर्ट पर रैंडम सैंपलिंग की जाएगी. इसके तहक विदेश से लौटवालों में से 2 फीसदी लोगों के रैंडम सैंपल लिए जा रहे हैं. मीटिंग के दौरान पीएम मोदी ने मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग की अपील की है साथ ही टेस्टिंग बढ़ाने और कोविड सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग पर जोर दिया. वहीं शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक कर टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट और टीकाकरण पर जोर दिया.
गौरतलब है कि रैंडम सैंपलिंग का फैसला एयरलाइंस कर रही हैं. अगर किसी का RTPCR टेस्ट पॉजिटिव निकला तो उसे जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए लैब में भेजा जाएगा और यात्री का प्रोटोकॉल के हिसाब से इलाज किया जाएगा. पॉजिटिव पाए जाने वाले यात्री को आइसोलेट भी करने की तैयारी है.
केंद्र ने अस्पतालों को दिए निर्देश
केंद्र सरकार ने शनिवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन, सिलेंडरों की पर्याप्त सूची और वेंटिलेटर जैसे कार्यात्मक जीवन रक्षक उपकरण की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने उन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि प्रेशर स्विंग सोखना (पीएसए) ऑक्सीजन पैदा करने वाले संयंत्रों को पूरी तरह कार्यात्मक रखा जाए और उनकी जांच के लिए नियमित मॉक ड्रिल आयोजित की जाए.