
देश में कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत के साथ ही इस पर सियासत भी शुरू हो गई. कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने ट्वीट कर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि फेज-3 ट्रायल के बिना ही वैक्सीन को इमरजेंसी अप्रूवल दिया गया. जिस पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने जवाब दिया. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि लोग अफवाहों पर ध्यान न दें और वैज्ञानिकों-एक्सपर्ट्स पर भरोसा रखें. कुल मिलाकर टीकाकरण अभियान के पहले ही दिन दोनों नेताओं में ट्विटर वॉर देखने को मिला.
मनीष तिवारी के ट्वीट पर हर्षवर्धन का जवाब
दरअसल, कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कोरोना वैक्सीन के प्रतिबंधित उपयोग के लिए अनुमति दिए जाने को लेकर सवाल उठाया है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि टीकाकरण अभियान शुरू हो चुका है. लेकिन ये थोड़ा पेचीदा है. देश के पास ऐसा कोई नीतिगत फ्रेमवर्क नहीं है, जो वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत देता हो. फिर भी इमरजेंसी स्थिति में दो वैक्सीनों के प्रतिबंधित उपयोग को इजाजत दे दी गई. दूसरी तरफ कोवैक्सीन को बिना प्रक्रिया पूरी किए ही अप्रूवल दे दिया.'
इस ट्वीट के बाद स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने लिखा कि, 'मनीष तिवारी जी कोरोना वैक्सीन के पीछे एक ठोस विज्ञान है. हमारे वैज्ञानिकों ने वैक्सीन के विकास में तेजी लाने के लिए बिजली की गति से काम किया है. इस दौरान एक भी फ़ंक्शन को नहीं छोड़ा गया. हमारे लिए लोगों की सेफ़्टी सबसे बढ़कर है.'
दोनों नेताओं में ट्विटर वॉर
कांग्रेस नेता ने एक और ट्वीट में लिखा कि, 'अगर वैक्सीन इतनी ही भरोसेमंद है, तो सरकार से जुड़े लोग इसकी डोज क्यों नहीं लगवा रहे?' साथ ही उन्होंने कहा कि, 'जिन चिंताओं को मैंने स्पष्ट किया है, वे वास्तविक हैं, काल्पनिक नहीं. यह फियर मोंगरिंग भी नहीं है. आप देखें कि नॉर्वे में क्या हो रहा है. यह एक अलग वैक्सीन हो सकती है लेकिन वैक्सीन राष्ट्रवाद के पीछे मत छिपें.'
उधर जवाब में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा कि, 'कांग्रेस और मनीष तिवारी केवल अविश्वास और अफवाहें फैलाने का शौक रखते हैं. आंखें खोलें, फेमस डॉक्टरों और सरकार के अधिकारियों की वैक्सीन लेते फ़ोटोज़ देखो.'
बाद में मनीष तिवारी ने लिखा कि आप (डॉ हर्षवर्धन) जानते हैं कि मेरा आपसे गहरा व्यक्तिगत संबंध है. लेकिन COVXIN की सुरक्षा, विश्वसनीयता और प्रभाव पर चिकित्सा बिरादरी भी क्यों डिवाइडेड है?
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने शनिवार को विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत की है. इसके बाद देश भर के करीब 3006 केंद्रों पर टीका लगना शुरू हो गया. पहले चरण में डॉक्टरों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही है.