Advertisement

राहुल बोले- पहले फ्री कोरोना वैक्सीन का वादा, फिर इनकार, क्या है PM मोदी का स्टैंड?

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि सबको वैक्सीन मिलेगी, बिहार चुनाव में बीजेपी ने कहा कि सभी बिहारियों को फ्री में वैक्सीन मिलेगी, अब भारत सरकार ने इससे इनकार कर दिया.

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (फाइल फोटो) कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 03 दिसंबर 2020,
  • अपडेटेड 10:03 AM IST

कोरोना के खिलाफ जंग में बड़ी कामयाबी मिलती दिख रही है. अगले हफ्ते से टीकाकरण का काम शुरू हो जाएगा. ब्रिटेन ने इस मामले में बढ़त बना ली. ब्रिटेन ने अमेरिकी कंपनी फाइजर और जर्मनी की कंपनी बायोएनटेक की कोरोना वैक्सीन मंजूरी दे दी. इसके फौरन बाद रूस के राष्ट्रपति ने भी टीकाकरण को हरी झंडी दे दी. भारत में वैक्सीन के जल्द आने के आसार हैं.

Advertisement

वैक्सीन आने के आसार के साथ ही लोगों के मन में सवाल है कि आखिर उन्हें कोरोना टीके कैसे मिलेंगे? कांग्रेस भी यही सवाल सरकार से पूछ रही है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि सबको वैक्सीन मिलेगी, बिहार चुनाव में बीजेपी ने कहा कि सभी बिहारियों को फ्री में वैक्सीन मिलेगी, अब भारत सरकार ने इससे इनकार कर दिया.

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के बयान का जिक्र करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि सरकार कह रही है कि हम कभी भी सबको वैक्सीन देने का वादा नहीं किया, ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का क्या स्टैंड है? इससे पहले कांग्रेस ने पूछा कि क्या लोगों को वैक्सीन मिलेगी या इसके लिए उन्हें आत्मनिर्भर बनना होगा?

देखें: आजतक LIVE TV

Advertisement

भारत में वैक्सीन की स्थिति
अहमदाबाद में जायडस-कैडिला जायकोव-डी नाम का वैक्सीन बना रही है. ये पूरी तरह से देसी है जिसके दो चरण का ट्रायल हो चुका है. वहीं हैदराबाद में भारत बायोटेक ICMR के साथ मिलकर कोवैक्सीन नाम की कोरोना वैक्सीन बना रही है. एम्स सहित 25 अस्पतालों में इस वैक्सीन का तीसरे फेज का ट्रायल चल रहा है.
 
मगर वैक्सीन की रेस में सबसे आगे है पुणे में बन रही कोविशील्ड वैक्सीन. इसे सीरम इंस्टीट्यूट ब्रिटिश फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर बना रही है. ये वैक्सीन देश में सबसे आगे है. इसके तीसरे फेज का ट्रायल भी हो चुका है. वहीं इसे 60 से 70 फीसदी तक कारगर बताया गया है. इस वैक्सीन को बस मंजूरी का इंतजार है.
 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement