
देश में त्योहारों का सीजन पीक पर है. कोरोना काल और लॉकडाउन के बाद पहली बार लोग कई प्रतिबंधों के बिना दिवाली मनाने के मूड में हैं. ऐसे में बाजारों में भारी भीड़ उमड़ रही है लेकिन देश में करोना के नए वैरिएंट की एंट्री ने डरा दिया है. एक्सपर्ट्स लापरवाही से बचने की सलाह दे रहे हैं. साथ ही दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई शहरों में हवा में प्रदूषण बढ़ गया है. ऐसे में हम जानने की कोशिश करेंगे कि क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए. जानिए एक्सपर्ट क्या सलाह दे रहे हैं ताकि कोरोना की संभावित लहर से बचा जा सके.
दिवाली 24 अक्टूबर को मनाई जाएगी. दीपावली से शुरू होने वाली रौनक करीब पांच दिनों तक चलती है. दिवाली से पहले धनतेरस उसके बाद भैय्या दूज, गोवर्धन पूजा और फिर छठ का त्योहार. ऐसे में बाजारों में खरीदारी के लिए लोग उमड़ रहे हैं. पिछले दो साल से कोरोना और लॉकडाउन के कारण देश वासियों ने कई प्रतिबंधों के साथ त्योहार मनाए थे. इसलिए इस बार खुलकर पर्व-त्योहार का लुत्फ उठाना चाहते हैं. लेकिन इन मौकों पर हमें सावधान रहने की जरूरत है ताकि रंग में भंग ना हो.
बाजारों में खरीदारी के लिए उमड़ रही भीड़
दिल्ली समते देश के कई इलाकों से लगातार बाजारों में भीड़ की तस्वीरें सोशल मीडिया पर आ रही हैं. कोरोना के नए वैरिएंट को देखते हुए हमें सर्तक होने की जरूरत है. वो दौर हम नहीं भूल सकते जब देशभर में कोरोना की लहर ने तबाही मचाई थी. अचानक लॉकडाउन लगाना पड़ा था, जिससे सब थम गया था. अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए जगह नहीं थी. बेड कम पड़ गए थे. ऑक्सीजन की कमी हो गई थी. कोरोना ने सैकड़ों जिंदगियां लील ली थीं.
(रॉयटर्स)
ऐसे में भीड़भाड़ वाली जगहों में जाने वाले लोगों को मास्क जरूर लगाना चाहिए. हालांकि दिल्ली सरकार ने कोरोना केस की संख्या में कमी देखने के बाद हाल ही में मास्क की अनिवार्यता को खत्म कर दिया था. इससे पहले दिल्ली में मास्क नहीं लगाने पर 500 रुपये का जुर्माना लगाने का प्रावधान था. बता दें कि शुक्रवार को दिल्ली के सदर बाजार और दिल्ली से सटे गुड़गांव में खरीदारी करने वालों की उमड़ी भीड़ के कारण जाम लग गया था.
भारत में कोरोना के नए वैरिएंट की दस्तक
कोरोना के कुछ नए वैरिएंट ने भारत में दस्तक दे दी है. इनमें BQ.1 और XBB वैरिएंट प्रमुख है. महाराष्ट्र में अब तक XBB वैरिएंट से संक्रमित 18 मरीज मिले हैं. इनमें से 13 मरीज पुणे में मिले हैं. पुणे के अलावा 2-2 मरीज ठाणे और नागपुर में जबकि एक मरीज अकोला में सामने आए हैं. ये मरीज 24 सितंबर से 11 अक्टूबर के बीच मिले हैं. चिंता की बात ये है कि इन 20 में से 15 ने कोरोना की वैक्सीन भी ली थी. बाकी 5 की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है.
कोरोना के नए वैरिएंट पर एक्सपर्ट की सलाह
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की चीफ साइंटिस्ट डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने चेतावनी दी है कि XBB से दुनिया के कई देशों में नई लहर आ सकती है. उन्होंने आगाह किया है कि ओमिक्रॉन के 300 से ज्यादा सब-वैरिएंट्स मौजूद हैं. डॉ. सौम्या ने कहा कि कोरोना अभी भी दुनिया के लिए खतरा बना हुआ है. हर हफ्ते दुनियाभर में 8 से 9 हजार लोगों की मौत हो रही है. ओमिक्रॉन फैलने पर ज्यादातर मौतें बुजुर्गों की हुई, क्योंकि उन्होंने वैक्सीन नहीं ली थी. बता दें कि कोरोना का XBB और XBB.1 वैरिएंट सिंगापुर, बांग्लादेश, यूरोप और उत्तरी अमेरिका में मिला है. साथ ही सिंगापुर और चीन में कोरोना के मरीजों में इजाफा देखा गया है.
इसके अलावा दिल्ली एम्स के पूर्व डायरेक्ट रणदीप गुलेरिया ने भी कहा है कि नए वैरिएंट की प्रकृति म्यूटेट होने वाली है. इसलिए सावधानी बरतने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि इस वायरस से बचने के लिए मास्क लगाना चाहिए, ताकि किसी बीमारी के जोखिम वाले और बुजुर्गों में इस वायरस को फैलने से रोका जा सके. साथ ही उन्होंने कहा कि किसी बीमारी के जोखिम वाले लोगों और बुजुर्गों को भीड़भाड़ वाली जगह पर जाने से बचना चाहिए.
बचे हुए लोगों को बूस्टर डोज लगवाने की जरूरत
कोरोना की तीसरी लहर के बाद बू्स्टर डोज लगवाने पर सरकार ने काफी जोर दिया था. साथ ही सरकारी और प्राइवेट ऑफिसों में भी बूस्टर डोज पर जोर दिया गया और लोगों ने लगवाए भी. लेकिन तीसरी लहर कमजोर पड़ते ही लोगों में बूस्टर डोज लगवाने का उत्साह कम पड़ गए. कोरोना के नए वैरिएंट आने पर एकबार फिर करोनो का खतरा बढ़ गया है. देश के स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने नए वैरिएंट की दस्तक देने के बाद हाई लेवल मीटिंग कर इस बात पर जोर दिया था कि बूस्टर डोज में तेजी लाई जाए.
विंटर सीजन आते ही हवा में 'जहर'
सर्दियों ने भी दस्तक दे दी है. ऐसे में दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई शहरों में हवा में प्रदूषण बढ़ गया है. दीपावली के पहले ही धान की कटाई के साथ-साथ पराली जलाने का सिलसिला देश के कई शहरों में शुरू हो जाता है. फिर दिवाली में देश भर के ज्यादातर हिस्सों में पटाखे जलाए जाते हैं. इन कारणों से प्रदूषण में इजाफा हो जाता है. दिल्ली से सटे पंजाब में ज्यादा पराली जलाए जाने के कारण एनसीआर की हवा काफी प्रदूषित हो जाती है. शुक्रवार को दिल्ली के कई इलाकों में एयर क्वालिटी काफी खराब मापी गई.
(AFP)
दिल्ली में 21 अक्टूबर की सुबह औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 253 दर्ज किया गया, जो खराब श्रेणी में आता है. वहीं दिल्ली के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 के पार दर्ज कर किया गया. आनंद विहार का AQI 379 दर्ज किया गया. ऐसे में दिवाली के बाद AQI और खराब होने की संभावना है. हालांकि प्रदूषण के कहर के कारण दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध तो पहले ही लगा दिया गया था. अब सरकार ने जुर्माने का भी ऐलान कर दिया है. अगर राजधानी में कोई पटाखे फोड़ता पाया गया तो उस पर 200 रुपये का जुर्माना लगेगा, वहीं उसे 6 महीने जेल की सजा भी काटनी पड़ सकती है.