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तालाबंदी का खौफ: दिल्ली से राजस्थान, महाराष्ट्र तक एक ही नजारा, सड़कों पर आया प्रवासी मजदूरों का सैलाब

कोरोना महासंकट की रफ्तार को रोकने के लिए कई राज्य सरकारों ने अपने यहां लॉकडाउन समेत कई पाबंदियां लगा दी हैं. 2021 की इस तालाबंदी ने फिर सड़कों पर उसी नज़ारे को फिर से जिंदा कर दिया है, जहां लाखों की संख्या में मजदूर घर वापसी के लिए निकल पड़े थे.

तालाबंदी के डर से मजदूरों की घर वापसी शुरू (फोटो: PTI) तालाबंदी के डर से मजदूरों की घर वापसी शुरू (फोटो: PTI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 20 अप्रैल 2021,
  • अपडेटेड 10:23 AM IST
  • लॉकडाउन के कारण फिर से प्रवासी मजदूरों की वापसी
  • दिल्ली, जयपुर, मुंबई जैसे बड़े शहरों में एक जैसा हाल

कोरोना वायरस की जारी बेकाबू रफ्तार ने देश में एक बार फिर पिछले साल जैसे हालात बना दिए हैं. हर रोज ढाई लाख के करीब नए केस आ रहे हैं, जिसकी वजह से अस्पतालों में बेड्स की कमी है, ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है, कहीं टेस्ट नहीं हो रहे हैं. इस महासंकट की रफ्तार को रोकने के लिए कई राज्य सरकारों ने अपने यहां लॉकडाउन समेत कई पाबंदियां लगा दी हैं. 2021 की इस तालाबंदी ने फिर सड़कों पर उसी नज़ारे को फिर से जिंदा कर दिया है, जहां लाखों की संख्या में मजदूर घर वापसी के लिए निकल पड़े हैं.
 
दिल्ली हो या राजस्थान या फिर गुजरात और महाराष्ट्र हर तरफ से एक ही तरह की तस्वीरें सामने आ रही हैं. जहां हजारों की संख्या में मजदूरों की भीड़ अपने घर वापस जाने को बेकरार है.

दिल्ली का हाल बेहाल...
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना के संकट के कारण एक हफ्ते का लॉकडाउन लगा दिया गया है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीते दिन इसका ऐलान किया और उनके इस ऐलान के तुरंत बाद ही आनंद विहार बस अड्डे, दिल्ली के रेलवे स्टेशन पर भीड़ जुटनी शुरू हो गई. दोपहर से लेकर देर रात तक हजारों की संख्या में मजदूर घर वापसी को तैयार थे.

मजदूरों की एक ही शिकायत है कि काफी मुश्किल से काम शुरू हो पाया था, लेकिन फिर लॉकडाउन लग गया है. ऐसे में पिछली बार की तरह ये लॉकडाउन फिर से बढ़ाया जाए, इसलिए वक्त रहते ही घर जाना सही होगा. बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने अपने ऐलान के साथ मजदूरों से अपील भी की थी कि वो घर ना जाएं, ये सिर्फ छोटा ही लॉकडाउन है. 

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दिल्ली का आनंद विहार बस अड्डा (PTI)


राजस्थान से भी हो रहा पलायन...
राजस्थान की सरकार ने अपने यहां 15 दिन के मिनी लॉकडाउन का ऐलान किया है, ऐसे में जयपुर में काम करने वाले 32 साल के मनोज बिहार के गया वापस आ रहे हैं. यहां एक होटल में काम करने वाले मनोज का कहना है कि वो एक साल घर रहने के बाद कुछ वक्त पहले ही वापस आए थे और काम की शुरुआत होने लगी थी.  लेकिन फिर लॉकडाउन लग गया है, जिसके कारण संकट पैदा हुआ है. 

ये हाल सिर्फ मनोज का नहीं है, बल्कि यहां काम करने वाले अधिकतर मजदूरों की यही कहानी है. राजस्थान सरकार ने अपने यहां जो मिनी लॉकडाउन लगाया है, वो बिल्कुल महाराष्ट्र की तरह ही है जो कि 3 मई तक जारी रहेगा. 

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जयपुर में घर वापसी के लिए जुटे मजदूर (PTI)


महाराष्ट्र से लगातार जारी है वापसी
महाराष्ट्र में लगातार कोरोना का प्रकोप जारी है और मजदूरों का पलायन भी लगातार हो रहा है. मुंबई, नासिक, नागपुर, पुणे, ठाणे समेत कई इलाकों से पिछले कुछ दिनों से लगातार ट्रेनों में भर-भर कर मजदूरों की वापसी हो रही है. यहां कोरोना के मामले जब बढ़ने लगे थे और लॉकडाउन के संकेत मिल रहे थे, तभी से लोग वापस आ रहे हैं. महाराष्ट्र में अभी भी 15 दिनों का मिनी लॉकडाउन लागू है. 

देश में बन रहे पिछले साल जैसे हालात
याद हो कि जब 2020 में मार्च में देश में पहला लॉकडाउन लगा था, तब भी कुछ ऐसा ही हाल था. अचानक तालाबंदी के कारण लाखों की संख्या में लोग सड़कों पर निकल पड़े थे. अंतर सिर्फ इतना है कि इस बार सार्वजनिक परिवहन चालू है, लेकिन पिछली बार वो भी बंद था. हालांकि, इस बार भी बसों, ट्रेनों में भीड़ होने के कारण मजदूर फिर पैदल चल पड़े हैं. 

देश में बेकाबू होते हालात
बता दें कि दुनिया में इस वक्त भारत ही ऐसा देश है, जहां कोरोना वायरस की इतनी खतरनाक लहर चल रही है. पिछले एक हफ्ते से हर रोज भारत में दो लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं, दो-तीन दिन से तो ये आंकड़ा ढाई लाख से अधिक है, यही कारण है कि दिल्ली जैसा बड़ा शहर हो या फिर कोई और जगह हर जगह अस्पतालों में बेड्स की कमी है, ऑक्सीजन के लिए मारामारी की जा रही है. केंद्र और राज्यों के द्वारा अब ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए कदम उठाए गए हैं.

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