
कोरोना के कहर के बाद अब दुनियाभर में वैक्सीन को लेकर चर्चा है. इसी बीच भारत के ड्रग्स कंट्रोरल जनरल (DCGI) ने जायडस कैडिला (Zydus Cadila) को तीसरे चरण के ट्रायल की इजाजत दे दी है. इससे पहले भारत बायोटेक और ऑक्सफोर्ड वैक्सीन को तीसरे चरण के ट्रायल की इजाजत दी गई थी.
दरअसल, जायडस कैडिला ने अपने एक बयान में बताया कि उन्होंने देशभर में दूसरे चरण का ट्रायल पूरा कर लिया है. शुक्रवार को डीसीजीआई ने उन्हें तीसरे चरण के ट्रायल की इजाजत दे दी. दिसंबर में 20 से 25 सेंटर्स पर 250 वॉलेंटियर्स के साथ ट्रायल शुरू कर दिया जाएगा.
जाइडस कैडिला ने कहा कि दूसरे चरण के मानव परीक्षण के नतीजों के अनुसार, उसकी कोरोना वैक्सीन प्रभावी है. इस वैक्सीन की एक ही खुराक दी जाएगी. जायडस कैडिला के चेयरमैन पंकज पटेल के मुताबिक अभी उनका लक्ष्य मार्च 2021 तक वैक्सीन का ट्रायल पूरा करने का है. इसके बाद उनकी कंपनी एक साल में 100 मिलियन खुराक का उत्पादन कर सकेगी.
बता दें कि बीते शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अहमदाबाद स्थित जायडस कैडिला बॉयोटेक पार्क पहुंचे थे. इसके बाद उन्होंने पीपीई किट पहनकर रिसर्च सेंटर का जायजा लिया. इस दौरान वैज्ञानिकों ने उन्हें कोरोना वैक्सीन के उत्पादन और वितरण से संबंधित जानकारी दी थी.
अहमदाबाद स्थित जायडस कैडिला के लैब में कोरोना का वैक्सीन ZyCoV-D डेवलप किया जा रहा था. यहां इस वैक्सीन का अब तीसरे चरण का ट्रायल शुरू होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जायडस बायोटेक पार्क का दौरा करने के बाद कहा था कि वे कोरोना वैक्सीन बनाने के पीछे लगी टीम के कामों की सराहना करते हैं और भारत सरकार वैक्सीन निर्माण की यात्रा में वैज्ञानिकों के साथ मुस्तैदी के साथ खड़ी है.
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