Advertisement

Covid Cases: दुनियाभर में 43 फीसदी तक बढ़ गईं कोविड से मौतें लेकिन केस घट रहे

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अपनी साप्ताहिक रिपोर्ट जारी कर कहा कि पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र, जहां दिसंबर अंत से मामलों में वृद्धि देखी जा रही थी, समेत हर जगह पर संक्रमण के नए मामलों में कमी दर्ज की गई है.

चीन में बढ़ रहे कोरोना के केस, जांचें तेज (फोटो एपी) चीन में बढ़ रहे कोरोना के केस, जांचें तेज (फोटो एपी)
स्नेहा मोरदानी
  • नई दिल्ली,
  • 31 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 11:42 AM IST
  • डब्ल्यूएचओ ने जारी की साप्ताहिक रिपोर्ट, जताई चिंता
  • दुनिया में 1 करोड़ से ज्यादा नए केस, 45,000 नई मौतें

डब्ल्यूएचओ ने अपनी साप्ताहिक रिपोर्ट में कहा कि लगातार दो हफ्ते तक कोरोना के बढ़ते केसों के बीच जनवरी के अंत से मार्च की शुरुआत में कोरोना के केसों में लगातार गिरावट देखने को मिली है. इसके बाद 21 से 27 मार्च तक नए मामलों की संख्या में पिछले सप्ताह की तुलना में 14 प्रतिशत की गिरावट आई. वहीं इसी अवधि के दौरान मौतों की संख्या में 43 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली है. 

Advertisement

डब्ल्यूएचओ के छह क्षेत्रों में केस व मौतें घटीं

डब्ल्यूएचओ के छह क्षेत्रों में 1 करोड़ से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं, जबकि 45,000 से अधिक नई मौतें हुईं. वहीं इन सभी क्षेत्रों ने नए साप्ताहिक मामलों में कमी देखने को मिली है. इसके अलावा चार क्षेत्रों में नई साप्ताहिक मौतों के कमी दर्ज की गई है. जबकि मालूम हो कि डब्ल्यूएचओ की पिछली रिपोर्ट के मुताबिक इन छह क्षेत्रों में कोरोना से 33 हजार लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 1.20 करोड़ लोग संक्रमित हो गए थे. डब्ल्यूएचओ ने देशों को व्यापक स्तर पर जांच करने और अन्य निगरानी उपायों प्रभावी तरीके से लागू करने की अपील कर रहा है ताकि वायरस के प्रसार को ट्रेस कर उसे खत्म किया जा सके.

'सही तरीके से नहीं जुटाए जा रहे आंकड़े'

डब्ल्यूएचओ ने चिंता जताते हुए कहा कि डेटा सही तरीके से नहीं जुटाए जा रहे हैं, समय पर सही आंकड़े नहीं मिल पा रहे हैं, जिसस हम यह नहीं पता लगा पा रहे हैं कि असल में वायरस कहां है, यह कैसे फैल रहा है और यह कैसे विकसित हो रहा है. सटीक सूचना और विश्लेषण ही महामारी को प्रभावी ढंग से खत्म करने के लिए महत्वपूर्ण है.

Advertisement

'कोविड प्रोटोकॉल को हटाना ठीक नहीं'

डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी देते हुए कहा कि अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और भारत सहित तमाम देशों में जहां सभी कोविड -19 रोकथाम उपाए और प्रोटोकॉल हटा दिए गए हैं, वहां कोरोना की स्थिति को लेकर अलर्ट किया जा रहा है. कम निगरानी खास तौर से नए कोविड वैरिएंट का पता लगाने के प्रयासों को प्रभावित करेगी और संभावित प्रतिक्रिया को कमजोर करेगी, 

डेल्टाक्रॉन कितना घातक, अभी नहीं पता

वहीं ओमिक्रॉन कोरोना का सबसे घाटक स्ट्रेन बना हुआ है. पिछले 30 दिनों में GISAID पर अपलोड किए गए जीनोम सीक्वेंसिंग में इसका 99.7 प्रतिशत हिस्सा है. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि डेल्टा और ओमिक्रॉन से मिलकर एक नया वैरिएंट डेल्टाक्रॉन सामने आया है. अभी इस वैरिएंट को लेकर यह पता नहीं चल पाया है कि कितना घातक है.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement