
कोरोना महामारी की वजह से जो लोग अपनों को खो रहे हैं, उनके दुख को समझते हुए केरल सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. अब कोरोना की वजह से जान गंवाने वालों के शवों को उनके रिश्तेदार अंतिम संस्कार के लिए घर लेकर जा सकेंगे. अबतक कोविड प्रोटोकॉल के तहत कोरोना से जान गंवाने वालों के शवों को घर नहीं भेजा जाता था.
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कोरोना से जुड़े आंकड़े दिए. इसके बाद उन्होंने इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि कोरोना के दौर में अपनों को अंतिम विदाई ना दे पाना लोगों के लिए बहुत बड़ा दुख है.
शव को एक घंटे घर में रख सकेंगे परिजन
पिनराई विजयन ने कहा, 'कोरोना वायरस की वजह से जो लोग मारे जा रहे हैं, उनके परिवार वाले और रिश्तेदार उनको आखिरी बार देख भी नहीं पाते. यह भावनात्मक दुख का कारण बनता है. इसको कम करने के लिए फैसला लिया गया है कि कोरोना से जिनकी मौत हुई है उनके शव को परिवार वाले घर लेकर जा सकते हैं. शव को वहां ज्यादा से ज्यादा एक घंटे तक रखा जा सकता है.'
केरल की बात करें तो वहां संक्रमण से अभी राहत नहीं है. मंगलवार को केरल में कोरोना के 13,550 नए केस सामने आए थे और 104 मौत हुई थी, वहीं 10,283 लोगों ने कोरोना को हराया. अबतक केरल में कोरोना की वजह से 13,093 मौत हुई हैं. वहीं 27,97,779 लोगों कोरोना से रिकवर हुए हैं. राज्य का कोरोना संक्रमण दर फिलहाल 11 फीसदी है, जिसने चिंता बढ़ाई हुई है.