
मुंबई-अहमदाबाद राजमार्ग पर उद्योगपति साइरस मिस्त्री की मृत्यु के तीन महीने बाद, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने घटना स्थल पर क्रैश कुशन या क्रैश एटेन्यूएटर स्थापित किया है. क्रैश कुशन वाहनों को एक्सीडेंट से बचा सकता है. माना जाता है कि ऐसे सकरे किनारों पर लोगों को इंडिकेट कर देने से हादसों में कमी आएगी.
NHAI ने हाईवे पर तीन और जगहों की पहचान की है जहां क्रैश एटेन्यूएटर्स लगाने की जरूरत है. जिस जगह अभी क्रैश कुशन लगाई गई है वहीं साइरस मिस्त्री (Cyrus Mistry) का कार एक्सीडेंट में 4 सितंबर को निधन हो गया था. बता दें कि दिग्गज भारतीय बिजनेस टायकून दिवंगत शापूरजी पालोनजी मिस्त्री के छोटे बेटे साइरस कम समय में ही अपनी काबिलियत की दम पर बुलंदियों पर पहुंच गए थे. उनके जाने के बाद कारों की सुरक्षा पर भी खूब सवाल उठे थे.
हादसे के वक्त वो पीछे बैठे हुए थे और उन्होंने सीट बेल्ट नहीं लगाई हुई थी. हादसे के बाद इस बात पर भी जोर दिया गया कि पीछे बैठे हुए शख्स का भी सीट बेल्ट पहनना कंपल्सरी किया जाए.
दोपहर में हुआ था एक्सीडेंट
बता दें कि साइरस मिस्त्री की कार महाराष्ट्र के पालघर जिले में एक डिवाइडर से टकरा गई थी. पुलिस के मुताबिक मिस्त्री मर्सिडीज कार से अहमदाबाद से मुंबई जा रहे थे. यह एक्सीडेंट दोपहर लगभग 3.15 बजे हुआ था, जब मिस्त्री अहमदाबाद से मुंबई की तरफ जा रहे थे. हादसा सूर्या नदी पर बने पुल पर हुआ.
टाटा संस के छठे चेयरमैन बने थे मिस्त्री
गौरतलब है कि साइरस मिस्त्री टाटा संस के छठवें अध्यक्ष बनाए गए थे. उन्हें अक्टूबर 2016 में अचानक पद से हटा दिया गया था. रतन टाटा के सेवानिवृत्त होने की घोषणा के बाद साइरस ने दिसंबर 2012 में अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला था. एन चंद्रशेखरन ने बाद में टाटा संस के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला.