
छत्तीसगढ़-ओडिशा बॉर्डर पर CRPF रोड ओपनिंग पार्टी पर नक्सली हमला किया गया है, जिसमें 3 जवान शहीद हो गए हैं. हमला CRPF 19 बटालियन की ROP पार्टी पर ओडिशा के नुआपाड़ा जिले में किया गया. सूत्रों के मुताबिक हमले में कई जवान घायल भी हुए हैं. नक्सली मृतक जवानों से 3 एके-47 भी ले गए और मौके से फरार हो गए.
जानकारी के मुताबिक मंगलवार दोपहर करीब 2.30 बजे CRPF की टीम उड़ीसा के नौपाडा जिले में सड़क निर्माण को सुरक्षा देने के लिए निकली थी. बारिश शुरू होते ही तीनों जवानों ने तिरपाल के नीचे सहारा ले लिया. यह नक्सलियों ने जवानों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. नुआपाड़ा के बोडेन ब्लॉक के तहत पाटाधारा रिजर्व फॉरेस्ट में अटैक हुआ, जिसमें तीन जवान शहीद हो गए. ओडिशा सरकार ने शहीदों के परिवारों को 20 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया.
हमले में शहीद होने वाले जवानों के नाम एएसआई शिशु पाल सिंह (उत्तर प्रदेश), एएसआई शिव लाल (हरियाणा) और कांस्टेबल धर्मेंद्र कुमार सिंह (बिहार) है. हमले के बाद नक्सलियों पर सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की, जिसके बाद माओवादी मौके से फरार हो गए.
एसपी, नुआपाड़ा और सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं. इलाके में कॉम्बिंग ऑपरेशन तेज कर दिया गया है. एसओजी और सीआरपीएफ की और टीमों को ऑपरेशन में लगाया गया है. जब तक माओवादियों का सफाया नहीं हो जाता तब तक अभियान जारी रहेगा.
बीजापुर में भी चल रही मुठभेड़
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी है. ASP पंकज शुक्ला ने बताया कि मिरतुर थानाक्षेत्र के जंगलो में नक्सली और डीआरजी के बीच मुठभेड़ जारी है.
बता दें कि एक दिन पहले ही 20 जून को मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में 3 नक्सली मार गिराए थे. इन तीनों पर कुल मिलाकर 30 लाख रुपये से ज्यादा का इनाम घोषित था. मारे गए नक्सलियों में एक महिला भी शामिल थी.
मुठभेड़ राज्य की राजधानी भोपाल से करीब 450 किलोमीटर दूर बालाघाट जिले के बहेला थाना इलाके में हुई थी. यहां कादला गांव के जंगल में बालाघाट पुलिस हॉक फोर्स और नक्सलियों के बीच हुई आपसी मुठभेड़ में विस्तार दलम प्लाटून 56 और दड़ेकसा दलम के 3 नक्सलियों को मार गिराया गया था.
इससे पहले छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने एक साल पहले घात लगाकर बीजापुर में सुरक्षाबलों पर हमला किया था. जिसमें 22 जवान शहीद हो गए थे. तब 200 से 300 नक्सलियों ने जवानों पर हमला किया था. सुरक्षाबलों के जवान नक्सली कमांडर हिडमा को पकड़ने गए थे. लेकिन घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने तीन तरफ से जवानों पर हमला बोल दिया था. नक्सलियों ने गोलियां भी चलाईं थी, रॉकेट लॉन्चर भी छोड़े थे और नुकीले हथियारों से भी हमला किया था.
(इनपुट: धर्मेंद्र महापात्रा)