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Cyclone Alert: तमिलनाडु में तूफान की आहट! तेज हवाओं के साथ भारी बारिश का अलर्ट, IMD ने दिया ये अपडेट

IMD के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों से चक्रवात और उष्णकटिबंधीय तूफान का खतरा बढ़ता दिखाई दे रहा है, जो इस सप्ताह के अंत तक तमिलनाडु तट के लिए खतरा पैदा कर सकता है. मौसम विभाग ने तमिलनाडु में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना व्यक्त की है.

Cyclone Alert in Tamil Nadu (File Photo) Cyclone Alert in Tamil Nadu (File Photo)
कुमार कुणाल
  • नई दिल्ली,
  • 26 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 1:52 PM IST

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने एक महत्वपूर्ण मौसम चेतावनी जारी की है, क्योंकि बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में बना दबाव एक गहरे दबाव में बदल गया है और अगले 24 घंटों में इसके चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है. मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों से चक्रवात और उष्णकटिबंधीय तूफान का खतरा बढ़ता दिखाई दे रहा है, जो इस सप्ताह के अंत तक तमिलनाडु तट के लिए खतरा पैदा कर सकता है. 

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वर्तमान में बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में स्थित यह गहरा दबाव क्षेत्र 12 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है. अभी यह त्रिंकोमाली से लगभग 310 किमी दक्षिण-पूर्व में, नागपट्टिनम से 590 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व में, पुडुचेरी से 710 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व में और चेन्नई से 800 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व में स्थित है. ये सिस्टम उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने वाला है और श्रीलंकाई तट को पार करके भारतीय मुख्य भूमि की तरफ बढ़ रहा है. 

तमिलनाडु में चक्रवाती तूफान का अलर्ट

IMD का पूर्वानुमान है कि 27 नवंबर को मौसम प्रणाली एक चक्रवाती तूफान में बदल सकती है, जिसके लिए अधिकारियों और निवासियों दोनों को ही अधिक सतर्कता और तैयारी की आवश्यकता है. गहरे दबाव के मार्ग व तीव्रता पर निरंतर निगरानी रखी जा रही है और प्रभाव को कम करने और तेजी बढ़ाने के लिए समय पर अपडेट करने के प्रयास जारी हैं. चक्रवात की गंभीरता को देखते हुए आने वाले तूफान के कारण तमिलनाडु तट पर भारी वर्षा और तेज हवाएं चल सकती हैं. वहीं, तटीय समुदायों को सलाह दी गई है कि वे अपडेट रहें और स्थानीय अधिकारियों से सुरक्षा निर्देशों का पालन करें. 

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मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों से चक्रवात और उष्णकटिबंधीय तूफान का खतरा बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है. वर्तमान में दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी (BoB) और उष्णकटिबंधीय क्षेत्र के बाहरी इलाके में एक अच्छी तरह से चिन्हित कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. यह निम्न दबाव 4.5°N और 83.5°E के बीच स्थित है, जो चेन्नई से 800 किलोमीटर से अधिक दूर है. यह सिस्टम जल्द ही एक डिप्रेशन (अवसाद) में बदल सकता है. इसके अगले 36-48 घंटों में एक गहरे अवसाद में बदलने के आसार हैं. 

इस निम्न दबाव क्षेत्र के चारों ओर घेरने वाले बादल के गोलाकार धब्बे दिखाई दे रहे हैं, लेकिन कुछ हिस्सों में ये बादल क्षेत्रीय रूप से टूटे हुए हैं. वर्टिकल विंड शियर (हवा की दिशा और गति में अंतर) मध्यम से उच्च है, जो इस प्रणाली के तेज़ी से मजबूत होने में रुकावट डाल रहा है. हालांकि, समुद्र की सतह का तापमान 29°-30°C के बीच उच्च है, जिससे इस प्रणाली को बढ़ने और अस्तित्व में बने रहने के लिए भरपूर ऊर्जा मिल रही है.

वर्तमान में यह निम्न दबाव उष्णकटिबंधीय क्षेत्र में है, जहां कोरिओलिस बल (जो तूफान के तेज़ी से बनने के लिए आवश्यक है) की कमी है. जैसे-जैसे यह प्रणाली पश्चिम की ओर बढ़ेगी, भू-आकृति और उससे जुड़ी घर्षण भी इसके तेज़ी से बढ़ने में रुकावट डाल सकते हैं. इसके अलावा सूखी हवा का सम्मिलन भी मौसम प्रणाली को और तेज़ बनने से रोक रहा है. 

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विभिन्न मौसम मॉडल्स के बीच इस मौसम प्रणाली के ट्रैक, समयसीमा और तीव्रता को लेकर कोई सहमति नहीं बन पाई है. अगले 24 घंटों में उष्णकटिबंधीय तूफान बनने की संभावना मध्यम है. 48 घंटों में इस प्रणाली के चक्रवाती तूफान बनने की भविष्यवाणी पर विश्वास कम है, क्योंकि प्रतिकूल स्थितियां मौसम प्रणाली के विकास में रुकावट डाल रही हैं. इस समय मौसम प्रणाली समुद्र तट के करीब पहुंच सकती है, लेकिन अगले 24 घंटे तक इस पर नजर रखना जरूरी होगा. 

चाहे यह मौसम प्रणाली तूफान बने या नहीं, लेकिन तामिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल और दक्षिणी आंध्र प्रदेश के लिए खराब मौसम की स्थिति बनी रहेगी. भारी बारिश के कारण सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त हो सकता है और इससे संचार और कनेक्टिविटी पर भी प्रभाव पड़ेगा, हालांकि, यह ज्यादा समय तक नहीं रहेगा. इसलिए सभी एहतियाती उपायों को लागू करना जरूरी है, जैसे कि लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करना. 

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