मौसम विभाग के मुताबिक, ओडिशा के तट पर दाना तूफान का लैंडफॉल पूरा हो चुका है. Cyclone Dana ओडिशा के धामरा और भितरकनिका के पास तूफान 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गुजरा. तूफान के असर से ओडिशा और बंगाल के कई इलाकों में तेज आंधी के साथ बारिश हो रही है. तेज हवाओं से कई जगहों पर पेड़ गिरने की खबर है. तूफान को लेकर ओडिशा और बंगाल में NDRF की कई टीमें अलर्ट पर हैं. भुवनेश्वर और कोलकाता एयरपोर्ट को सुबह 9 बजे तक बंद कर दिया गया था लेकिन अब सेवाएं बहाल कर दी गई हैं.
शुक्रवार सुबह भुवनेश्वर में फ्लाइट्स और ट्रेन सेवाएं फिर से शुरू हो गईं. मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि यहां बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे ने सुबह करीब नौ बजे पहली उड़ान लैंडिंग के साथ अपना परिचालन फिर से शुरू कर दिया.
साइक्लोन दाना के असर से कोलकाता में भारी बारिश का दौर जारी है.
चक्रवाती तूफान दाना के कारण बीते दिन नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और भुवनेश्वर एयरपोर्ट पर गुरुवार शाम पांच बजे से शुक्रवार सुबह नौ बजे तक फ्लाइट्स ऑपरेशन बंद किया गया था. जो अब तूफान के लैंडफॉल के बाद हालात सामान्य होने के साथ शुरू कर दिया गया है.
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने प्रेस कॉन्फ्रेस कर चक्रवाती तूफान दाना के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया, CycloneDana ने 24 और 25 अक्टूबर की मध्यरात्रि को भितरकनिका और धामरा तटों के बीच लैंडफॉल किया. यह प्रक्रिया आज सुबह 7:00 बजे तक जारी रही. सतर्क प्रशासन और तैयारियों के कारण कोई जान की हानि नहीं हुई. सरकार का 'zero casualty' का लक्ष्य हासिल कर लिया. लगभग 6 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है और 6,000 गर्भवती महिलाओं को हेल्थ केंद्रों में शिफ्ट कर दिया.
चक्रवात दाना के मद्देनजर कल उड़ान संचालन बंद किए जाने के बाद कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ान सेवा सुबह 8 बजे फिर से शुरू कर दी गई.
ओडिशा के धामरा और भितरकनिका के पास लैंडफॉल के बाद अब तूफान पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर के पुराने दीघा समुद्र तट पर पहुंच गया है.
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने चक्रवात दाना के बंगाल की खाड़ी में राज्य तट से टकराने से पहले भुवनेश्वर में राज्य आपातकालीन नियंत्रण कक्ष से स्थिति की निगरानी की. उन्होंने कहा कि राज्य के मंत्री और अधिकारी जमीनी स्तर पर स्थिति का आकलन कर रहे हैं और सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर रहे हैं.
ओडिशा और पश्चिम बंगाल में चक्रवात दाना के संभावित प्रभाव के मद्देनजर स्कूलों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को शुक्रवार को बंद रखने का निर्देश दिया गया है. झारखंड के कुछ हिस्सों में शैक्षणिक संस्थानों को भी बंद रखने का आदेश दिया गया है.
ओडिशा (Odisha) के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने गुरुवार को कहा कि चक्रवात दाना की वजह से स्वास्थ्य केंद्रों में शिफ्ट की गईं 4,431 गर्भवती महिलाओं में से 1,600 ने बच्चे को जन्म दिया है. उन्होंने कहा कि राज्य में कुल 5,84,888 लोगों को खतरे वाली जगह से निकाला गया है. यह तादाद और ज्यादा बढ़ भी सकती है. माझी ने बताया, "ये लोग 6,008 चक्रवात आश्रयों में रह रहे हैं, जहां उन्हें भोजन, दवा, पानी और अन्य जरूरत की चीजें दी जा रही हैं. पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.
ओडिशा में चक्रवात दाना के बाद जानमाल के नुकसान को रोकने के लिए एहतियाती उपाय के रूप में अब तक लगभग 5.84 लाख लोगों को शिफ्ट किया गया है. वहीं,पश्चिम बंगाल में निचले इलाकों से निकासी के लिए 3.5 लाख से अधिक लोगों की पहचान की गई है.
संवेदनशील स्थानों से लोगों को निकाला गया और केंद्रपाड़ा में शेल्टर होम में लाया गया.
ओडिशा के धामरा में Cyclone Dana के प्रभाव से अशांत समुद्र, तेज़ हवाएं और बारिश का सिलसिला जारी है. मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के अनुसार, अब तक लगभग 5.84 लाख लोगों को आश्रय स्थलों तक पहुंचाया गया है.
IMD की निदेशक, मनोरमा मोहंती ने बताया, तूफान अब धामरा से लगभग 15 किमी उत्तर और भितरकनिका से 30 किमी उत्तर-पश्चिम में है. अब वर्तमान तीव्रता एक गंभीर चक्रवाती तूफान है और हवा की गति 100-110 किमी/घंटा है. लैंडफॉल की प्रक्रिया जारी है, यह अगले 1-2 घंटों तक जारी रहेगी. इसके उत्तरी ओडिशा में पश्चिम उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और धीरे-धीरे कमजोर होकर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है.
तूफान के लैंडफॉल की प्रक्रिया अब भी जारी है. माना जा रहा है कि लैंडफॉल की प्रक्रिया अगले 1-2 घंटे तक जारी रहेगी.
(इनपुट-अनुपम)
भुवनेश्वर और कोलकाता एयरपोर्ट को सुबह 9 बजे तक बंद कर दिया गया है. यहां आप बीजू पटनायक अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के बाहर का माहौल देख सकते हैं.
तेज हवाओं और भारी बारिश ने भद्रक में तबाही मचाई हुई है.
ओल्ड दीघा में समुद्र तट पर तूफान का भयावह नजारा देखने को मिला. यहां विशाल लहरें तट से टकराती दिखीं.
दीघा में तूफानी हवाओं के चलते बड़े-बड़े पेड़ गिरे. राहत औऱ बचाव टीमों ने पेड़ों को काटकर रास्ता साफ किया.
भद्रक के कामारिया में तूफान के परिणाम देखने को मिले. यहां जगह-जगह सड़क पर बिजली के खंभे, पेड़ और होर्डिंग गिरे मिले.