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उखड़े पेड़, टूटी सड़कें...13 लोगों की गई जान, Cyclone Michaung ने छोड़े तबाही के निशान! अब इन राज्यों में अलर्ट

मिचौंग तूफान तेज हवाओं और बारिश के साथ तटीय दक्षिण आंध्र प्रदेश के बापटला से गुजरकर कमजोर पड़ चुका है. तूफान ने 770 किलोमीटर लंबी सड़क को बर्बाद कर दिया है. सड़कों के किनारे लगे पेड़ उखड़ गए. तमिलनाडु में भी तूफान के असर से भारी बारिश के बीच काफी नुकसान हुआ है.

साइक्लोन मिचौंन ने छोड़े तबाही के निशान साइक्लोन मिचौंन ने छोड़े तबाही के निशान
शिल्पा नायर
  • चेन्नई,
  • 06 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 2:33 PM IST

IMD Weather Update, Mausam Ka Haal: चक्रवात मिचौंग मंगलवार की दोपहर आंध्र प्रदेश के बापटला जिले के तट से टकराया और फिर आगे बढ़ गया. भीषण चक्रवाती तूफान बापटला को पार करने के बाद कमजोर होकर एक चक्रवाती तूफान में बदल गया. चक्रवात बापटला को पार करने के बाद भले ही कमजोर हो गया हो, लेकिन ये अपने पीछे तबाही के निशान छोड़ गया है. तूफान की वजह से कई सड़कें खराब हो गईं हैं. कई पेड़ उखड़ गए और पशुधन को भी नुकसान पहुंचा है. 

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तमिलनाडु में तबाही के निशान
तूफान के कारण हुई भारी बारिश और खराब मौसम के चलते तमिलनाडु में कुल 13 लोगों की जान चली गई. वहीं, 140 से ज्याजा ट्रेनों को रद्द किया गया और 40 फ्लाइट्स को कैंसिल कर दिया गया. पिछले दो दिनों में दक्षिणी तटीय शहरों में ऊंची लहरें उठीं और भारी बारिश के कारण पूरे गांव जलमग्न हो गए. जिसकी वजह से यातायात पर असर पड़ा. बता दें, तूफान के चलते 390,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. 

जानिए अपने शहर के मौसम का हाल

आंध्र प्रदेश में तूफान की तबाही
तूफान के चलते 770 किलोमीटर रोड को नुकसान पहुंचा है. वहीं, कई पेड़ भी उखड़ गए हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, चक्रवात मिचौंग की वजह से 194 गांवों और दो कस्बों के लगभग 40 लाख लोग प्रभावित हुए. इनमें से 25 गांव में जलमग्न हो गए. हालांकि, गनीमत रही कि मंगलवार को आए इस तूफान में किसी की जान नहीं गई है. तूफान के चलते 78 झोपड़ियां, एक पशु शेड और 232 मकानों को नुकसान पहुंचा है. वहीं, दो कच्चे मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए. 

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204 राहत शिविरों में रह रहे 15,173 लोग
राज्यभर में, 204 राहत शिविरों में 15,173 लोगों को रखा जा रहा है. वहीं, तूफान प्रभावित इलाकों में राहत पहुंचाने के लिए 18,073 भोजन पैकेट और 1 लाख से अधिक पानी के पैकेट वितरित किए गए हैं. वहीं, लोगों के इलाज के लिए 80 स्वास्थ्य शिविर भी आयोजित किये गए हैं. वहीं, तूफान से प्रभावित जिलों के लिए राज्य सरकार ने राहत कार्य के लिए 23 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं. 

झारखंड में भी दिखा तूफान का असर
चक्रवाती तूफान मिचौंग का असर झारखंड  में भी दिखा है. आईएमडी झारखंड के निदेशक और मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया की 8 दिसंबर तक झारखंड में मौसम खराब रहेगा. 9 दिसंबर  के बाद से मौसम साफ होगा और ठंड बढ़ेगी. रांची और आसपास के कई इलाकों में सुबह से झमाझम बारिश हो रही है. बारिश ने ठंड बढ़ा दी है, स्कूल के लिए घर से बाहर निकले बच्चे छतरी व रेनकोट लेकर स्कूल पहुंच रहे हैं. 

झारखंड में आज भी बरसेंगे बादल
मौसम विभाग ने 6 और 7 दिसंबर को मुख्य रूप से पूरे राज्य में बादल छाये रहने के साथ मध्यम बारिश की संभावना जताई है. इस अवधि में राज्य में न्यूनतम तापमान सामान्य से 2 से 3 डिग्री सेल्सियस अधिक रहेगा. वहीं, अधिकतम तापमान भी सामान्य से कम रहेगा. मौसम विभाग की मानें तो 6-7 दिसंबर को पूरे प्रदेश में बादल छाए रहने के साथ ही प्रदेश के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होगी. 6 और 7 दिसंबर को राज्य के कई इलाकों, खासकर दक्षिणी और मध्य भाग में गरज और बिजली गिरने की संभावना है
 

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ओडिशा में आज भी बरसेंगे बादल
तूफान का असर ओडिशा में भी देखने को मिला था. ओडिशा के कुछ इलाकों में हल्की बारिश दर्ज की गई थी. शाम तक ओडिशा के मलकानगिरी, कोरापुट, रायगड़ा, गंजाम, गजपति और कालाहांडी जिलों में हल्की बारिश दर्ज की गई थी. वहीं, मौसम कार्यालय की जानकारी के मुताबिक, ओडिशा में आज यानी बुधवार से शुक्रवार तक ओडिशा के कुछ इलाकों में भारी बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी. 

मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह
भारी बारिश के अलर्ट के बीच ओडिशा के रायगड़ा में, पेड़ों के उखड़ने से हुए भूस्खलन और सड़क अवरोधों से निपटने के लिए ओडीआरएएफ की दो टीमों को तैनात किया गया है. वहीं, खराब मौसम को देखते हुए मछुआरों को आज यानी 6 दिसंबर तक ओडिशा तट के आसपास गहरे समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है. 

(इनपुट: सत्यजीत कुमार)

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