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Remal Effect: प. बंगाल के कई इलाकों में आज भी बारिश, पूर्वोत्तर राज्यों समेत बिहार में भी बरसेंगे बादल

26 मई को देर रात पश्चिम बंगाल में तूफान रेमल का लैंडफाल हो चुका है. 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ, गंभीर चक्रवाती तूफान 'रेमल' बांग्लादेश और उससे सटे पश्चिम बंगाल के तटों से टकराया. इस दौरान भारी बारिश हुई, जिससे घरों और खेतों में पानी भर गया. चक्रवाती तूफान 'रेमल' तबाही के कई निशान छोड़ गया.

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aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 27 मई 2024,
  • अपडेटेड 4:28 PM IST

एक तरफ उत्तर-पश्चिम भारत भीषण गर्मी की मार झेल रहा है. वहीं दूसरी तरफ चक्रवाती तूफान रेमल से उत्तर पूर्वी राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट है. मौसम विभाग की मानें तो 30 मई तक पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में लू का दौर जारी रहने की आशंका है. वहीं 27 और 28 मई को असम और मेघालय में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है. इसके अलावा पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.

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रेमल ने मचाई तबाही

26 मई को देर रात पश्चिम बंगाल में तूफान रेमल का लैंडफाल हो चुका है. 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ, गंभीर चक्रवाती तूफान 'रेमल' बांग्लादेश और उससे सटे पश्चिम बंगाल के तटों से टकराया. इस दौरान भारी बारिश हुई, जिससे घरों और खेतों में पानी भर गया. चक्रवाती तूफान 'रेमल' तबाही के कई निशान छोड़ गया.

पश्चिम बंगाल के इन इलाकों में आज भी बारिश का अलर्ट

मौसम विभाग के मुताबिक, 27 मई को चक्रवात के कारण पश्चिम बंगाल के दीघा, काकद्वीप और जयनगर जैसे इलाकों में बारिश और तेज हवाओं की आशंका है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वी क्षेत्रीय प्रमुख सोमनाथ दत्ता ने संकेत दिया कि सोमवार को दक्षिणी बंगाल के जिलों में तेज़ हवाओं और बारिश का अनुभव होगा.

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उत्तर पूर्वी राज्यों में बारिश का अलर्ट

मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, गंगीय पश्चिम बंगाल, दक्षिण बांग्लादेश, ओडिशा के उत्तरी तट और त्रिपुरा के कुछ हिस्सों में मध्यम बारिश और तूफान के साथ कुछ भारी से बहुत भारी बारिश की उम्मीद है. वहीं गंगीय पश्चिम बंगाल, दक्षिण बांग्लादेश, ओडिशा के उत्तरी तट और त्रिपुरा के कुछ हिस्सों में मध्यम बारिश और तूफान के साथ कुछ भारी से बहुत भारी बारिश की उम्मीद है. इसके अलावा उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार के पूर्वी हिस्सों और झारखंड में हल्की से मध्यम वर्षा संभव है.

असम-मेघालय में भी अलर्ट

असम के सात जिलों में भी अत्यधिक भारी बारिश के लिए 'रेड अलर्ट' और 11 जिलों में 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया गया है. भारतीय मौसम विभाग ने 27 और 28 मई को असम और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में व्यापक बारिश की चेतावनी दी है. असम के चिरांग, गोलपारा, बक्सा, दिमा हसाओ, कछार, हैलाकांडी और करीमगंज जिलों के लिए 'रेड अलर्ट' जारी किया गया है, जबकि धुबरी, दक्षिण सलमारा, बोंगाईगांव, बजाली, तामुलपुर, बारपेटा, नलबाड़ी, मोरीगांव, नागांव, होजाई, और पश्चिम कार्बी आंगलोंग के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया गया है. 27 मई को दक्षिण असम और मेघालय में 40-50 किमी प्रति घंटे से लेकर 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की उम्मीद है.

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दिल्ली का मौसम

दिल्ली में 30 मई तक हीटवेव चलने की चेतावनी जारी की गई है. उसके बाद 31 मई को गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होने के आसार हैं. IMD के मुताबिक, इस पूरे हफ्ते दिल्ली का अधिकतम तापमान 43 से 46 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 28 से 31 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है. 



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देश के अन्य इलाकों के मौसम का हाल

कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है. वहीं उत्तराखंड के दक्षिणी छत्तीसगढ़, कोंकण और गोवा, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश संभव है. दक्षिण-पश्चिमी हवाएं शुरू होने से गुजरात और राजस्थान के अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट हो सकती है. राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और उत्तर प्रदेश में लू की स्थिति बन सकती है. 

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देश की मौसमी गतिविधियां

मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों, मध्य बंगाल की खाड़ी और पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल होती जा रही हैं. इसके अलावा दक्षिण-पूर्वी राजस्थान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. एक ट्रफ रेखा दक्षिण-पूर्व राजस्थान पर चक्रवाती परिसंचरण से लेकर मध्य प्रदेश और विदर्भ तक तेलंगाना तक फैली हुई है, जो औसत समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर बनी हुई है. वहीं विदर्भ के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिणी केरल पर है.  

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