
Cyclone Yaas Latest Update: देश के पूर्वी तटीय क्षेत्रों में चक्रवाती तूफान यास (Cyclone Yaas) का असर दिखना शुरू हो गया है. ओडिशा के तटीय इलाकों में बारिश शुरू हो गई है. बंगाल की खाड़ी में उठने वाला चक्रवाती तूफान यास (Cyclonic Storm Yaas) आज (24 मई) ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में दस्तक दे सकता है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार बंगाल की खाड़ी के पूर्वी मध्य क्षेत्र में बना निम्न दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है. इसके अगले 12 घंटे में तेज होने और 24 घंटे में भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने का अनुमान है. बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती तूफान यास से निपटने के लिए तैयारियां जारी हैं.
ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार से मांगी मदद
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा कंट्रोल रूम 24x7 काम कर रहा है. हमलोग ज्यादा से ज्यादा लोगों को वहां से निकाल रहे हैं. हमने अलग अलग जिलों में 4000 रिलीफ सेंटर बनाए हैं, जहां पर लोगों को फिलहाल रखा जा रहा है. मैं लोगों से अपील करना चाहती हूं कि वो सावधानी पूर्वक घरों से बाहर निकलें, बिना आवश्यकता के बाहर निकलने से बचें और फिलहाल फ्लड शेल्टर्स में ठहरे.
मछुआरों को सलाह है कि वो सरकारी आदेशों का पालन करें और समुद्र की तरफ ना जाएं. 1000 पावर रिस्टोरेशन टीम और 450 टेलीकॉम रिस्टोरेशन को तैयार रखा गया है. चक्रवाती तूफान के खत्म होते ही वह काम पर लग जाएंगे. हमारा टारगेट है कि 10 लाख लोगों को खतरे वाले इलाके से बाहर निकाल लें.
मैं सर्विस को दोबारा से बहाल करने में सभी स्टेकहोल्डर्स की मदद चाहती हूं. पिछले साल अम्फान तूफान के दौरान एक हजार करोड़ रुपये एडवांस में दिए गए थे. जो असल में हमारे ही पैसे थे और हमें ही उधार में दिए गए. पिछले साल केंद्र सरकार ने हमें कुछ नहीं दिया और ना ही हमने अबतक कोविड के लिए कुछ पाया है.
चक्रवात के उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर धीरे-धीरे बढ़ने और अगले 24 घंटों के दौरान भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने का पूर्वानुमान है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चक्रवात के 26 मई को भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में उत्तर ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों को पार करने का अनुमान है.
सुपर साइक्लोन यास से निपटने के लिए कोलकाता में शहर के 74 पंपिंग स्टेशन की जांच की गई है. वहीं, ओडिशा के 8 जिलों में चक्रवात यास को लेकर रेड वार्निंग जारी की गई है. ओडिशा-बंगाल में NDRF की टीमों को तैनात किया गया है. केंद्र सरकार चक्रवाती तूफान से उत्पन्न स्थिति से निपटने की तैयारियों पर नजर बनाए हुए है. गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्रियों और पुडुचेरी के उप-राज्यपाल संग बैठक की है.
चक्रवाती तूफान यास बंगाल की खाड़ी में हुआ मजबूत , झारखंड मे हाई अलर्ट
बंगाल की खाड़ी में बने यास चक्रवर्ती तूफान 23 मई को और मजबूत होकर सीवियर साइक्लोन में तब्दील हो गया है. तूफान के असर से 25 मई को झारखंड के दक्षिणी इलाके पश्चिमी सिंहभूम सरायकेला खरसावां इलाके में भारी से भारी बारिश की चेतावनी मौसम विभाग ने दी है. वही 26 मई को संथाल इलाके को छोड़ झारखंड में लगभग 16 जिलों में भारी बारिश की चेतवानी मौसम विभाग ने दी है. इस दौरान 90 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा के भी चलाने की संभावना है.
इधर विभाग के अनुसार 27 को भी कमोबेश इसी तरह के हालात बने रहेंगे और 28 मई से बारिश में थोड़ी राहत मिल सकती है. इससे पूर्व 24 तारीख यानी आज तूफान और मजबूत होकर नॉर्थवेस्ट की ओर बढ़ेगा. इसमें बंगाल की तराई क्षेत्र उड़ीसा बांग्लादेश वैस्टकोट इलाके प्रभावित होंगे.
यास साइक्लोन से निपटने के लिए मंत्री बन्ना गुप्ता ने दिए प्रधान सचिव को निर्देश
राज्य के आपदा प्रबंधन मंत्री श्री बन्ना गुप्ता ने यास साइक्लोन के मद्देनजर आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव को पत्र के माध्यम से निर्देश दिया कि पूर्वी सिंहभूम समेत पूरे राज्य में इसको लेकर विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है. मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि 26 से 28 मई के दौरान राज्य में साइक्लोन का विशेष प्रभाव रहने का अनुमान लगाया गया है. जिसको लेकर विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत हैं.
इस दौरान उन्होंने विधुत आपूर्ति, पेयजल आपूर्ति समेत अन्य चीजों की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है ताकि जानमाल की रक्षा हो सकें. उन्होंने कहा कि राज्य में एनडीआरएफ की टीम को भी एक्टिव रहने का निर्देश दिया गया है, साथ ही उन्होंने तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से भी अपील की है कि इस साइक्लोन के दरम्यान सावधानी बरतें.
एयरफोर्स भी एक्टिव
इस तूफान के खतरे को देखते हुए भारतीय वायुसेना भी सक्रिय हो गई है. वायुसेना ने NDRF की टीमों को एयरलिफ्ट किया है. जो अब कोलकाता, भुवनेश्वर और पोर्ट ब्लेयर समेत अन्य इलाकों में स्थित हैं. वहीं, 26 हेलिकॉप्टर को स्टैंड बाय पर भी रखा गया है, जो जरूरत पड़ने पर मदद कर सकते हैं. इस सबके अलावा नौसेना की तरफ से भी पूरी तैयारी की गई है.
ओडिशा-बंगाल के अलावा इन राज्यों पर भी असर
IMD के मुताबिक, चक्रवात का सबसे ज्यादा असर तटीय ओडिशा और पश्चिम बंगाल में देखने को मिलेगा. वहीं तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भी इसका प्रभाव दिखाई देने की आशंका है. इसके अलावा झारखंड और केरल के तटवर्ती इलाकों के कुछ हिस्से भी तक्रवाती तूफान से प्रभावित हो सकते हैं. मौसम विभाग के अनुसार इस दौरान तेज हवाएं चलने और भारी बारिश होने की संभावना है.
असम-मेघालय में भी भारी बारिश का अलर्ट
चक्रवाती तूफान यास के चलते असम और मेघालय में भी भारी बारिश का अलर्ट जारी है. मौसम विभाग के मुताबिक 26 और 27 मई को दोनों की राज्यों के अधिकतर इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है.
तटीय इलाकों में NDRF ने टीमें तैनात
चक्रवाती तूफान यास (Cyclone Yaas) से निपटने के लिए NDRF ने कमर कस ली है. पश्चिम बंगाल और ओडिशा में संभावित खतरे वाले क्षेत्रों में टीमें तैनात की जा रही हैं. चक्रवाती तूफान यास के खतरे को देखते हुए ओडिशा सरकार ने तटीय जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है. वहीं, पश्चिम बंगाल सरकार ने तूफान के मद्देनजर सभी एहतियाती कदम उठाए हैं. तूफान के संभावित खतरे से निपटने के लिए बाढ़ राहत एवं बचाव की टीमों के अलावा गोताखोरों की टीमों को ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भेजा गया है. बता दें कि तूफान यास 26 मई को तटीय इलाकों से टकरा सकता है.
भारी बारिश की संभावना
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार चक्रवात यास (Cyclone Yaas) 26 मई की शाम तक पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तटीय इलाकों से टकराएगा. इस दौरान हवा की स्पीड 155-165 किमी प्रति घंटा रह सकती है. साथ ही पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तटीय जिलों में बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है.
रेलवे ने रद्द की कई ट्रेनें
मौसम विभाग के जारी तूफान के अलर्ट के बाद भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने नई दिल्ली से पुरी और भुवनेश्वर जाने वाली कई ट्रेनों को रद्द कर दिया है. जिसमें हावड़ा-यशवंतपुर एक्सप्रेस समेत कई गाड़ियां शामिल हैं. कैंसिल ट्रेनों की लिस्ट देखने के लिए यहां क्लिक करें.
पीएम मोदी ने की बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रविवार को चक्रवात यास को लेकर समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रतिनिधियों और दूरसंचार, बिजली, नागरिक उड्डयन, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालयों के सचिवों के साथ चर्चा की. बैठक में गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे.