
केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर में इन दिनों भगवान अयप्पा के दर्शन के लिए उम्मीद से ज्यादा श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंच रही है. भीड़ से निपटने के लिए मंदिर में दर्शन का समय 1 घंटे बढ़ाने का फैसला लिया गया है. पहले सबरीमाला सन्निधानम का गर्भगृह 18 घंटे खुला रहता था. इसे अब बढ़ाकर 19 घंटे कर दिया गया है. इसके साथ ही प्रतिदिन आने वाले श्रद्धालुओं की लिमिट भी तय कर दी गई है. अब 90 हजार श्रद्धालु ही दिनभर में भगवान अयप्पा के दर्शन कर सकेंगे. यह फैसला केरल की सरकार ने लिया है.
दरअसल, एक दिन पहले केरल हाई कोर्ट ने भीड़ के मैनेजमेंट को लेकर सबरीमाला प्रबंधन के साथ बैठक की थी. कोर्ट ने इस दौरान कई सुझाव दिए थे. इसमें मंदिर में दर्शन का समय बढ़ाने का प्रस्ताव भी शामिल था. कोर्ट के सुझावों के बाद अगले ही दिन सोमवार को केरल के मुख्यमंतत्री पिनाराई विजयन ने बैठक बुलाई और मंदिर में दर्शन का समय बढ़ाने के साथ ही भीड़ की लिमिट भी तय कर दी.
भीड़ मैनेंजमेंट के मुद्दे पर अदालत ने 11 दिसंबर को बैठक की थी. कोर्ट ने पुलिस और मंदिर के अधिकारियों को गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए थे. अदालत ने यह भी कहा था कि सबरीमाला का प्रबंधन संभालने वाला त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड (TDD) तंत्री (पुजारी) के परामर्श के बाद ही गर्भगृह खुले रखने का समय बढ़ाया जाए.
कोर्ट ने कहा कि शनिवार को एक लाख के करीब बुकिंग हुईं और करीब 90 हजार श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे. अदालत को बताया गया कि भीड़ प्रबंधन में हुईं दिक्कतों के चलते ड्यूटी पर तैनात कुछ पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें भी आईं.
बैठक में सबरीमाला के मार्गों पर वाहनों के यातायात के प्रबंधन के संबंध में भी बातचीत की गई. अदालत ने जिला पुलिस प्रमुख को निर्देश दिया कि जब वाहनों की आवाजाही लंबे समय तक अवरुद्ध हो तो मोटरसाइकिलों पर गश्त की व्यवस्था करें. अगर वाहनों की आवाजाही लंबे समय के लिए रुकी रहती है तो त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड तीर्थयात्रियों के लिए पानी और बिस्किट की व्यवस्था करे.
बता दें कि सबरीमाला में होने वाली 41 दिवसीय मंडला पूजा उत्सव 27 दिसंबर को खत्म हो रही है. इसके बाद 30 दिसंबर को मकरविलक्कू तीर्थयात्रा के लिए फिर से मंदिर खोला जाएगा. यह पूजा 14 जनवरी 2023 तक चलेगी. मंदिर 20 जनवरी 2023 को दोबारा बंद हो जाएगा.