
भारतीय सशस्त्र बलों के कई पूर्व सीनियर अधिकारियों ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के उस बयान की निंदा की जिसमें उन्होंने कहा था कि हमें सेना, वायुसेना और नौसेना की जरूरत नहीं है.
पूर्व सीनियर अफसरों ने जारी बयान में कहा, 'हम भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना के अनुभवी लोग हैं जिन्होंने पूरे जीवन अपनी मातृभूमि की रक्षा की. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राहुल गांधी के बयान से हम स्तब्ध और आहत हैं, जिसमें उन्होंने कहा था, 'यदि आप भारत के मजदूरों, भारत के किसानों, भारत के श्रमिकों का उपयोग करते हैं, तो आपको सेना, नौसेना और वायुसेना की आवश्यकता नहीं होगी. चीन की अंदर आने की हिम्मत नहीं होगी.'
सेना के रिटायर्ड दिग्गज अधिकारियों ने कहा, हम भारतीय किसानों, श्रमिकों का सबसे अधिक सम्मान करते हैं. वे हमारी अर्थव्यवस्था की मुख्य ताकत और भारत की रीढ़ हैं. राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान के लिए हम उन्हें सलाम करते हैं. लेकिन भारत की सशस्त्र सेना भी असाधारण है. वह बहुत ही समर्पित, उच्च प्रशिक्षित पेशेवर संगठन है, जिनका दुनिया में मान है. मगर गैर जिम्मेदार राजनेता सशस्त्र बलों को कम करके आंकते हैं.
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पूर्व अधिकारियों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, भारतीय सशस्त्र बलों को लेकर ऐसे बयान को नजरअंदाज किया गया होगा, अनुभवहीन और सच्चाई से बहुत दूर, ठीक उसी तरह जैसा कि काल्पनिक नेहरूवादी यूटोपिया जब 1962 में चीन के खिलाफ हमें विफल रहे थे. इस तरह के भ्रामक प्रभाव का असर देश की भावी पीढ़ियों पर पड़ सकता था. लिहाजा हमने चीजों को सही परिप्रेक्ष्य में रखने का फैसला किया है. हम निश्चित रूप से नहीं चाहते हैं कि नेताओं की वजह से भारत कमजोर हो.
जारी बयान पर मेजर जनरल जीडी बख्शी, मेजर जनरल पीके सहगल, वाइस एडमिरल शेखर सिन्हा, एयर वाइस मार्शल पी के श्रीवास्तव और अन्य ने हस्ताक्षर किए हैं. इस पर भारतीय सशस्त्र बलों के 20 पूर्व सैन्य अफसरों ने सिग्नेचर किए हैं.