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धोनी-कोहली और अंबानी के डीपफेक से सट्टेबाजी ऐप का प्रमोशन, विदेश से हो रहे हैं संचालित!

"एविएटर ऐप" के निर्माताओं ने प्रचार के लिए सभी क्षेत्रों के दिग्गजों और प्रभावशाली लोगों को निशाना बनाया है जिनमें कॉमेडियन कपिल शर्मा, क्रिकेटर विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी से लेकर उद्योगपति मुकेश अंबानी तक शामिल हैं.

लगातार बढ़ रहे हैं डीपफेक के मामले लगातार बढ़ रहे हैं डीपफेक के मामले
आकाश शर्मा /शुभम तिवारी
  • नई दिल्ली,
  • 05 अगस्त 2024,
  • अपडेटेड 3:08 PM IST

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस दौर में डीप फेक वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं. सोशल मीडिया पर अभी तक कई सेलेब्स के डीफ फेक वीडियो आ चुके हैं. इन दिनों सट्टेबाजी को बढ़ावा देने वाले ऐप को प्रमोट करने के लिए क्रिकेटरों से लेकर फिल्म स्टार तक के डीप फेक वीडियो वायरल हो रहे हैं.

हाल ही में उद्योगपति अनंत अंबानी का एक डीप फेक वीडियो  प्रमोट करने वाला वीडियो वायरल हो हुआ था जिसमें वह सट्टेबाजी गेम "एविएटर ऐप" खेलने की अपील करते कहते हैं, 'मैं अपनी शादी का जश्न मनाने के लिए 1 बिलियन दूंगा. मेरा पसंदीदा गेम एविएटर खेलो; मैं हर जीत को पांच गुना बढ़ा दूंगा, और अगर तुम हार गए, तो मैं आपकी जमा राशि को दोगुना वापस कर दूंगा.' पता चला कि वीडियो AI जनरेटेड डीपफेक है.

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दिग्गजों के डीपफेक

"एविएटर ऐप" के निर्माताओं ने प्रचार के लिए सभी क्षेत्रों के दिग्गजों और प्रभावशाली लोगों को निशाना बनाया है जिनमें कॉमेडियन कपिल शर्मा, क्रिकेटर विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी से लेकर उद्योगपति मुकेश अंबानी तक शामिल हैं.

इंडिया टुडे की ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस (OSINT) टीम ने पाया कि इन डीप फेक वीडियो के जरिए 'एविएटर पायलट', '4rabet एविएटर' और 'एविएटर स्टैक' के फेसबुक और इंस्टाग्राम पेजों पर पेड विज्ञापन चलाए गए, जिसका उद्देश्य ऐप को प्रमोट करना था. ऐसा लगता है कि कुछ ही दिनों में विज्ञापन हटा दिए गए.

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अमेरिकी फर्म ट्रूमीडिया द्वारा विकसित एक एआई कंटेंट डिटेक्शन टूल ने पाया कि इन वीडियो में क्लोन की गई आवाज़ों और एआई द्वारा हेरफेर किए गए विज़ुअल का इस्तेमाल किया गया था. मेटा के ट्रांसपेरेंसी डेटा का कहना है कि ये पेज यूक्रेन, यूके, यूएस, डोमिनिकन रिपब्लिक, इंडोनेशिया, फिलीपींस और वियतनाम जैसे विभिन्न देशों से चलाए जा रहे थे.

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सोशल इंजीनियरिंग
इन डीपफेक वीडियो को ऑडिएंश के विभिन्न समूहों को विश्वास में लेने के लिए सोशल इंजीनियरिंग द्वारा तैयार किया गया है. "सोशल इंजीनियरिंग" का मतलब है ऐसे अभियान है जिसमें लोगों को साइक्लॉजी का फायदा उठाने के लिए ऐड तैयार किए जाते हैं जिससे वो पैसा ट्रांसफर करने के लिए प्रेरित हो सकें, जो कि वह आमतौर पर नहीं करते हैं.

कपिल शर्मा का डीपफेक वीडियो बैटिंग ऐप को बढ़ावा देता है और उसमें निवेश करने को कहता है, जबकि धोनी के वीडियो में कहा गया है: "हर कोई जीतता है, आप भी जीतेंगे." इस साल की शुरुआत में, सचिन तेंदुलकर का एक डीपफेक वीडियो इसी तरह के एविएटर गेम को बढ़ावा देता हुआ रिपोर्ट किया गया था.तमाम मामले सामने आने के बावजूद भी अन्य मशहूर हस्तियों के डीपफेक वीडियो सामने आ रहे हैं.

एविएटर गेम क्यों लोकप्रिय हो रहे हैं

भारत में विमान उड़ाने का वर्चुअल अनुभव देने वाले सिम्युलेटेड एविएटर गेम की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है. Google Trends डेटा से पता चलता है कि पिछले एक साल में कीवर्ड “एविएटर गेम” में 10 गुना से ज़्यादा की वृद्धि हुई है. कई लोगों के लिए, ये ऑनलाइन गेम अब पैसे कमाने की मशीन बन गए हैं. सबसे ज़्यादा चिंता की बात यह है कि इन्हें डिज़ाइन करना और बनाए रखना आसान और कम खर्चीला है. ऐसे गेम की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कुछ सॉफ़्टवेयर डेवलपर्स ने ऐसे गेम डेवलेप करने के लिए अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ) ऑनलाइन डाले हैं और उन्हें तुरंत डिज़ाइन करने की पेशकश की है.

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नोएडा स्थित एक फर्म द्वारा पोस्ट किए गए एक दस्तावेज़ में लिखा है, “एविएटर गेम विकसित करने के कई फ़ायदे हैं. सबसे पहले, एविएटर एक बहुत लोकप्रिय गेम है. इसका मतलब है कि आपके गेम के लिए एक बड़ा संभावित बाजार है. दूसरा, एविएटर विकसित करने के लिए अपेक्षाकृत सरल गेम है. इसका मतलब है कि आप अपने गेम को जल्दी और आसानी से विकसित कर सकते हैं. तीसरा, एविएटर एक बहुत ही लाभदायक गेम है. इसका मतलब है कि आप अपने गेम से बहुत पैसा कमा सकते हैं."

संपर्क करने पर, कंपनी के एक प्रतिनिधि ने कहा कि एविएटर गेम को विकसित करने और डिप्लॉय करने में केवल 2-3 दिन लगेंगे. उन्होंने आज तक को बताया, "हम डेवलेंपमेंट के लिए 40,000-45,000 रुपये और सर्वर होस्टिंग के लिए लगभग 500 रुपये प्रति माह लेते हैं. कोई अन्य चालू खर्च नहीं है."

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