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भारत-चीन के बीच हुआ ये समझौता, साल भर से था LAC पर तनाव

राज्यसभा में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ऐलान किया कि पैंगोंग के नॉर्थ और साउथ बैंक को लेकर दोनों देशों में समझौता हुआ है और सेनाएं पीछे हटेंगी. चीन पैंगोंग के फिंगर 8 के बाद ही अपनी सेनाओं को रखेगा

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (फाइल फोटो-PTI) रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (फाइल फोटो-PTI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 11 फरवरी 2021,
  • अपडेटेड 11:20 AM IST
  • पैंगोंग इलाके में पीछे हटी दोनों देश की सेनाएं
  • राजनाथ सिंह बोले- आपसी सहमति से हुआ फैसला

राज्यसभा में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ऐलान किया है कि पूर्व लद्दाख के पैंगोंग इलाके में चीन के साथ समझौता हुआ है और आपसी सहमति से दोनों सेनाएं पीछे हट रही हैं. राजनाथ ने ऐलान किया कि पेंगोंग के नॉर्थ और साउथ बैंक को लेकर दोनों देशों में समझौता हुआ है और सेनाएं पीछे हटेंगी. चीन पैंगोंग के फिंगर 8 के बाद ही अपनी सेनाओं को रखेगा.

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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्यसभा में ऐलान किया कि भारत-चीन ने दोनों ने तय किया है कि अप्रैल 2020 से पहले ही स्थिति को लागू किया जाएगा, जो निर्माण अभी तक किया गया उसे हटा दिया जाएगा. जिन जवानों ने अपनी जान इस दौरान गंवाई है उन्हें देश हमेशा सलाम करेगा. पूरा सदन देश की संप्रभुता के मुद्दे पर एक साथ खड़ा है.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत ने स्पष्ट किया है कि LAC में बदलाव ना हो और दोनों देशों की सेनाएं अपनी-अपनी जगह पहुंच जाएं. हम अपनी एक इंच जगह भी किसी को नहीं लेने देंगे. उन्होंने कहा कि चीन द्वारा पिछले साल भारी संख्या में गोला-बारूद इकट्ठा किया गया था. हमारी सेनाओं ने चीन के खिलाफ उपयुक्त जवाबी कार्रवाई की थी. सितंबर से दोनों पक्ष एक दूसरे के साथ बातचीत की. LAC पर यथास्थिति करना ही हमारा लक्ष्य है.

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गौरतलब है कि भारत और चीन के सैन्य कमांडर स्तर पर 9वें दौर की बातचीत के बाद बनी सहमति पर अमल शुरू हो गया है. चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने चीन के रक्षा मंत्रालय का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य वार्ता में बनी सहमति के बाद चीन और भारतीय सेना के जवान दक्षिण और उत्तरी पैंगोंग त्सो झील से वापस लौटना शुरू कर दिया है.

सूत्रों के मुताबिक, जो सहमति बनी है, उसमें फिंगर 4 में दोनों ओर से पेंट्रोलिंग नहीं होगी. फिंगर 4 को नो पेट्रोलिंग जोन घोषित किया गया है. ये चरणबद्ध तरीके से किया जाना है. अब चीनी सेना फिंगर 8 की तरफ और भारतीय सेना धन सिंह थापा पोस्ट यानी फिंगर 2 से फिंगर 3 की ओर लौट रही है. 

बता दें कि दोनों देशों के बीच पिछले साल अप्रैल-मई में तनाव तब शुरू हुआ जब पैंगोंग झील पर चीनी सेना ने अपना दावा बढ़ाना चाहा. इस दौरान दोनों सेनाओं के बीच झड़प भी हुई थी. 15 जून 2020 को गलवान घाटी में चीनी सेना ने विश्वासघात करते हुए पेट्रोलिंग पर गई भारतीय सेना पर हमला कर दिया. भारतीय सेना ने इस हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया. 

गलवान झड़प में भारत के 20 जवानों ने बलिदान दिया. चीन के कई जवान मारे गए, उसने इस बात को स्वीकार किया, लेकिन मारे गए जवानों की संख्या बताने में चीन चुप्पी साध गया.  इसके बाद से दोनों तरफ से पूर्वी लद्दाख में सेना और हथियारों की भारी तैनाती की गई.

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