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सरहद पर भारतीय सेनाओं को मिलेगी मजबूती, रक्षा मंत्रालय ने 84,328 करोड़ रुपये के हल्के टैंकों और मिसाइलों की खरीद की दी मंजूरी

रक्षा मंत्रालय ने 354 जोरावर लाइट टैंक, 300 माउंटेड हॉवित्जर, 65 ड्रोन, भविष्य के पैदल सेना के लड़ाकू वाहनों के प्रमुख प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. मंत्रालय ने कहा कि 82,127 करोड़ रुपये के प्रस्तावों की खरीद स्वदेशी स्रोतों से की जाएगी.

84,328 करोड़ रुपये के हल्के टैंकों और मिसाइलों की खरीद की मंजूरी (सांकेतिक तस्वीर) 84,328 करोड़ रुपये के हल्के टैंकों और मिसाइलों की खरीद की मंजूरी (सांकेतिक तस्वीर)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 22 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 11:27 PM IST

रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को 84,328 करोड़ रुपये की लागत से हल्के टैंकों, पोत रोधी मिसाइलों और लंबी दूरी के निर्देशित बमों सहित कई सैन्य प्लेटफॉर्म और हथियारों की खरीद को मंजूरी दी है. खरीद प्रस्तावों को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाली रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) ने मंजूरी दी थी.

खरीद के लिए आवश्यकता की स्वीकृति (एओएन) अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में यांग्त्से में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर दोनों पक्षों के सैनिकों के बीच झड़प के बाद भारत और चीन के बीच तनाव में बढ़ोतरी के बीच आई थी.

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रक्षा मंत्रालय ने दी खरीद की मंजूरी

रक्षा मंत्रालय ने कहा कि डीएसी ने 24 पूंजी अधिग्रहण प्रस्तावों को मंजूरी दी, जिसमें भारतीय सेना के लिए 6, भारतीय वायु सेना के लिए 6, भारतीय नौसेना के लिए 10 और भारतीय तटरक्षक बल के लिए दो शामिल हैं, खरीद का कुल मूल्य 84,328 करोड़ रुपये होगा. इसमें कहा गया है कि प्रस्तावों में भविष्य के पैदल सेना के लड़ाकू वाहनों, हल्के टैंकों, नौसेना की एंटी-शिप मिसाइलों, बहुउद्देश्यीय जहाजों, मिसाइल प्रणालियों की नई रेंज, लंबी दूरी के निर्देशित बम और अगली पीढ़ी के अपतटीय गश्ती जहाजों की खरीद शामिल है.

मंत्रालय ने कहा कि 82,127 करोड़ रुपये के प्रस्तावों की खरीद स्वदेशी स्रोतों से की जाएगी.

सीमा विवाद के वक्त महसूस हुई जरूरत

बता दें कि चीन के साथ सीमा विवाद के दौरान पूर्वी लद्दाख के पास LAC पर हल्के तोपों की जरूरत महसूस हुई थी. लेकिन भारतीय सेना के पास ऐसी तोपें नहीं थीं. के9-वज्र टी (K-9 Vajra-T) टैंक भारतीय सेना की सबसे हल्की तोप है. इसका वजन 35 टन है. जबकि, टी-72 का 45 और टी-90 का 46 टन है. इतने भारी तोपों को इतनी ऊंचाई पर ले जाना मुश्किल होता है. इसलिए हल्के तोपों की जरूरत महसूस हो रही थी. पिछले साल अप्रैल में भारतीय सेना ने 350 हल्के तोपों, जिनका वजन 25 टन से कम हो, उसके लिए रिक्वेस्ट ऑफ इन्फॉर्मेशन मांगा था. इन तोपों को अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में तैनात किया जाएगा.

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बता दें कि रक्षा मंत्रालय ने 354 जोरावर लाइट टैंक, 300 माउंटेड हॉवित्जर, 65 ड्रोन, भविष्य के पैदल सेना के लड़ाकू वाहनों के प्रमुख प्रस्ताव को आज रक्षा अधिग्रहण परिषद द्वारा मंजूरी दे दी.
 

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