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मोदी, राहुल और केजरीवाल... तीनों के पास नहीं है कार, जानें किसके पास कितनी संपत्ति

दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है. 5 फरवरी को होने वाली वोटिंग से पहले सभी दल ताबड़तोड़ प्रचार कर रहे हैं. दिल्ली की चुनावी लड़ाई आप, कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही मानी जा रही है. ऐसे में इन पार्टियों के तीन बड़े नेता, अरविंद केजरीवाल, राहुल गांधी और नरेंद्र मोदी पर सभी की नजर है.

अरविंद केजरीवाल, नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी. अरविंद केजरीवाल, नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी.
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 28 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 12:54 PM IST

दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है. 5 फरवरी को होने वाली वोटिंग से पहले सभी दल ताबड़तोड़ प्रचार कर रहे हैं. दिल्ली की चुनावी लड़ाई आप, कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही मानी जा रही है. ऐसे में इन पार्टियों के तीन बड़े नेता, अरविंद केजरीवाल, राहुल गांधी और नरेंद्र मोदी पर सभी की नजर है.

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इन तीनों नेताओं के प्रचार करने की स्टाइल अलग है. लेकिन चुनावी मुद्दों से इतर इन नेताओं की लाइफस्टाइल को लेकर भी सोशल मीडिया पर खूब बहस होती रही है. उदाहरण के लिए, केजरीवाल जो खुद को आम आदमी की तरह पेश करते रहे हैं, लेकिन अब उनके द्वारा पहने जाने वाले महंगे कपड़े चर्चा का विषय हैं. इसी तरह, राहुल गांधी और नरेंद्र मोदी के कपड़ों को लेकर भी चर्चा होती रही है.

अरविंद केजरीवाल की सियासत के शुरुआती दिनों में वह अपनी ढीली-ढाली शर्ट, मफलर और सैंडल के लिए चर्चा में रहते थे. लेकिन अब केजरीवाल पफर जैकेट में दिखते हैं, जिसे काफी महंगा माना जाता है. राहुल गांधी भी अपने डिजाइनर जैकेट और जूतों के लिए सुर्खियों में रहते हैं. जबकि प्रधानमंत्री मोदी की पोशाक भी डिबेट का हिस्सा रही है.

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अब एक नजर इन तीनों की संपत्ति पर

2024 में लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी की कुल संपत्ति 20.40 करोड़ रुपये थी, जो इन तीनों में सबसे ज्यादा है. दूसरी तरफ, अरविंद केजरीवाल की संपत्ति 2025 के विधानसभा चुनाव के हलफनामे में 1.73 करोड़ रुपये बताई गई है, जो सबसे कम है. हालांकि, उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल की संपत्ति बढ़कर 2.51 करोड़ रुपये हो गई है, जिससे दोनों की संयुक्त संपत्ति 4.24 करोड़ रुपये हो जाती है, जो नरेंद्र मोदी की 3.02 करोड़ रुपये से ज्यादा है.

राहुल की संपत्ति बढ़ी...

राहुल गांधी की संपत्ति में पिछले पांच सालों में 4.51 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है, जबकि मोदी की संपत्ति में 50.71 लाख रुपये की वृद्धि हुई है. इसके उलट, केजरीवाल की संपत्ति में 13.5 लाख रुपये की कमी आई है, जबकि उनकी पत्नी की संपत्ति में बढ़ोतरी हुई है.

अरविंद केजरीवाल
 
केजरीवाल की कुल संपत्ति 2020 में 1.87 करोड़ रुपये थी, जो 2025 में घटकर 1.73 करोड़ रुपये रह गई है. उनकी चल संपत्ति, जैसे बैंक खाते और नकद जमा, में 6.5 लाख रुपये की कमी आई है. इसके अलावा, उनका एक अचल संपत्ति (घर) भी है, जिसकी कीमत में मामूली गिरावट आई है. हालांकि, उनकी पत्नी सुनीता की संपत्ति 2020 में 1.57 करोड़ रुपये से बढ़कर 2025 में 2.51 करोड़ रुपये हो गई है, जो उनके संयुक्त संपत्ति को बढ़ाकर 4.24 करोड़ रुपये कर देती है.

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राहुल गांधी
 
राहुल गांधी की संपत्ति में पिछले पांच सालों में 4.51 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है, जिससे उनकी कुल संपत्ति 20.40 करोड़ रुपये हो गई है. उनकी चल संपत्ति में बढ़ोतरी हुई है, जो 2019 में 5.81 करोड़ रुपये से बढ़कर 2024 में 9.25 करोड़ रुपये हो गई. राहुल के पास कृषि भूमि और कुछ वाणिज्यिक संपत्तियां भी हैं, जो उनकी संपत्ति को बढ़ाती हैं.

यह भी पढ़ें: दिल्ली चुनावः अरविंद केजरीवाल के साथ संयुक्त रैली करेंगे अखिलेश यादव, AAP के लिए मांगेंगे वोट, रिठाला में होगी रैली

नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संपत्ति में पिछले पांच वर्षों में धीरे-धीरे बढ़ोतरी हुई है. उनकी कुल संपत्ति 2019 में 2.51 करोड़ रुपये थी, जो 2024 में बढ़कर 3.02 करोड़ रुपये हो गई. उनकी चल संपत्ति बढ़ी है, लेकिन अचल संपत्ति में कोई बड़ा बदलाव नहीं आया. मोदी के पास कोई बड़ा घर या वाहन नहीं है.

तीनों के पास अपनी कार नहीं

एक खास बात यह है कि तीनों नेताओं के पास अपनी खुद की कार नहीं है, जो उनकी जीवनशैली में समानता को दिखाता है. इन नेताओं की संपत्ति, चाहे वो बढ़ी हो या घटी हो, उनके राजनीतिक छवि और संदेश को ही दर्शाती है. केजरीवाल की संपत्ति में गिरावट और उनकी पत्नी की संपत्ति में वृद्धि, उनके राजनीतिक सफर में एक दिलचस्प विरोधाभास पेश करती है. राहुल गांधी की बढ़ती संपत्ति उनके ‘सोशल जस्टिस’ के दृष्टिकोण से थोड़ी विपरीत नजर आती है, जबकि मोदी की बढ़ती संपत्ति उनके ‘साधारण जीवन’ के प्रचार को ही सही ठहराती है.

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इस चुनाव में, जैसे-जैसे दिल्ली के लोग गारंटियों, यात्रा और सरकार के कामकाज को तौलेंगे, इन नेताओं की संपत्ति उनकी जीवनशैली और राजनीतिक विचारधारा का आइना पेश करती है. इन वित्तीय आंकड़ों से यह साफ़ होता है कि राजनीति सिर्फ आंकड़ों का खेल नहीं है, बल्कि यह उन व्यक्तियों के विचार, निर्णय और मूल्यों को भी दर्शाती है जो इस खेल में शामिल हैं.

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