
दिल्ली विधानसभा चुनाव की काउंटिंग से पहले आम आदमी पार्टी ने अपने सभी 70 उम्मीदवारों की अहम बैठक बुलाई थी. यह बैठक केजरीवाल के घर पर हुई. पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस बैठक की अध्यक्षता की.
केजरीवाल ने ये बैठक ऑपरेशन लोटस के आरोपों के बीच बुलाई थी. बता दें कि शनिवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आने वाले हैं, ऐसे में सियासी पारा हाई है.
इस बैठक की पल-पल की अपडेट यहां पढ़ें:-
- दिल्ली के 70 उम्मीदवारों के साथ केजरीवाल की बैठक खत्म हो गई है.
- केजरीवाल के आवास पर बैठक में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे मुस्तफाबाद से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार आदिल अहमद खान ने कहा कि हर कोई जानता है कि मैं अरविंद केजरीवाल का सिपाही हूं. बीजेपी ने अपनी पूरी एजेंसी का इस्तेमाल जिस तरह से इस चुनाव में किया है, वह बेहद शर्मनाक है.
- दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी इस बैठक में हिस्सा लेने पहुंच गई हैं.
- इस बैठक के लिए आम आदमी पार्टी के सभी 70 उम्मीदवार केजरीवाल के आवास पर पहुंचना शुरू हो गए हैं.
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने वोटों की गिनती से पहले बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि दिल्ली में नतीजों से पहले ऑपरेशन लोटस शुरू हो गया है. आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी के सात विधायकों को 15-15 करोड़ की पेशकश के फोन आने लगे हैं.
केजरीवाल ने उठाए एग्जिट पोल पर सवाल
अरविंद केजरीवाल ने एग्जिट पोल पर सवाल उठाते हुए कहा कि कुछ एजेंसी दिखा रही हैं कि गाली-गलौज पार्टी की 55 से ज्यादा सीट आ रही हैं. केजरीवाल ने दावा किया कि दो घंटे में उनके 16 उम्मीदवारों के पास फोन आ गए हैं और पार्टी छोड़कर आने पर मंत्री बनाने के साथ 15-15 करोड़ रुपए के ऑफर का दावा किया.
केजरीवाल ने X पर लिखा कि अगर इनकी पार्टी की 55 से अधिक सीटें आ रहीं हैं, तो हमारे उम्मीदवारों को फोन करने की क्या जरूरत है? केजरीवाल आरोप लगाते हैं कि एग्जिट पोल के सर्वे फर्जी हैं और उनके सहारे माहौल बनाकर उम्मीदवारों को तोड़ा जा रहा है.
बता दें कि दिल्ली चुनाव की शनिवार को होने जा रही मतगणना को लेकर चुनाव आयोग और प्रशासन सुरक्षा को लेकर पूरी तरह मुस्तैद है. इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM) को स्ट्रांग रूम में सुरक्षित तरीके से रखा गया है. राजधानी की 19 जगहों पर हर एक विधानसभा क्षेत्र के लिए कुल 70 स्ट्रांग रूम बनाए गए हैं.
चुनाव आयोग के मुताबिक, मतदान किए गए ईवीएम और वीवीपैट की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चुनाव आयोग सुरक्षा प्रोटोकॉल के अनुसार सभी जरूरी व्यवस्थाएं की गई हैं. इनमें 24 घंटे तीन स्तरीय सुरक्षा की जा रही है.