
दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. सिसोदिया को शुक्रवार को राउज एवेन्यू कोर्ट से दो झटके मिले. पहला तो कोर्ट ने ईडी की सिसोदिया की रिमांड वाली मांग को मान लिया है. कोर्ट 7 दिन की रिमांड मंजूर कर ली. दूसरा कोर्ट ने सीबीआई द्वारा गिरफ्तारी के मामले में बेल याचिका पर सुनवाई 21 मार्च तक के लिए टाल दी है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एवेन्यू कोर्ट में 57 पेज की रिमांड कॉपी जमाकर सिसोदिया की 10 दिन की रिमांड मांगी थी.
इससे पहले कोर्ट में ED ने सुनवाई के दौरान दावा किया कि आबकारी नीति तैयार करने के पीछे साजिश थी. शराब नीति में नियम बदलकर कुछ खास लोगों को 6% की जगह 12% लाभ पहुंचाया गया. सिसोदिया से पूछताछ के लिए रिमांड जरूरी है. ईडी ने कोर्ट में कहा कि मनीष सिसोदिया और के कविता संपर्क में थे.
ED ने कोर्ट में दावा किया, इस नीति से दक्षिण की कंपनियों को लाभ पहुंचाया गया. बड़े कारोबारियों को फायदा पहुंचाया गया. सिसोदिया के कहने पर शराब नीति के नियम बदले गए. अवैध कमाई की व्यवस्था बनाई गई. थोक व्यापार का हिस्सा खास लोगों को दिया गया. 6% की जगह 12% का मार्जिन दिया गया. डिजिटल सबूत मिटाए गए.
ED ने कहा, 12 प्रतिशत मार्जिन के सवाल पर सिसोदिया गलत जवाब दे रहे थे. इस घोटाले में 219 करोड़ रुपये की ट्रेल मिली है. हमें पूरी कार्यप्रणाली की जांच करने और अन्य आरोपियों के सामने पूछताछ करने की जरूरत है. इसलिए 10 दिन की रिमांड मांगी है.
पीएम-अडानी के घोटाले से ध्यान हटाने की कोशिश
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने मनीष सिसोदिया के खिलाफ ईडी की कार्रवाई को लेकर बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि नफरत, द्वेष से भरे प्रधानमंत्री और उनकी पार्टी बिना साक्ष्य के मनीष सिसोदिया को जेल में रखना चाहते हैं. प्रधानमंत्री देश को बताएं कि मनीष सिसोदिया के घर पर छापे में कुछ नहीं मिला. पूछताछ में कुछ नहीं मिला तो जमानत पर सुनवाई से एक दिन पहले ED ने गिरफ्तार कर लिया.
संजय सिंह ने पूछा कि मनीष सिसोदिया के घर कितनी रिकवरी हुई? उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री और अडानी के घोटाले से ध्यान हटाने के लिए ED और सीबीआई के किस्से सामने आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि जो BJP में जितना बड़ा पदाधिकारी, वह उतना बड़ा भ्रष्टाचारी है.
एक आरोपी के लिए तीन-तीन वकीलों के होने का क्या मतलब: ED
ईडी का कहना है कि एक आरोपी के लिए तीन-तीन वरिष्ठ वकील एक तरह की दलील देने का क्या मतलब है. ईडी ने कोर्ट से सिसोदिया की 10 दिन की रिमांड मांगी है. एजेंसी ने कहा कि सिसोदिया का कई लोगों से आमना-सामना कराएगी. एजेंसी ने बताया कि सिसोदिया ने कई व्यापारियों को लाभ पहुंचाया है. ईडी ने बताया कि सिसोदिया ने डिजिटल सबूतों को नष्ट किया. सिसोदिया ने मामले में पूछताछ के दौरान गलत जानकारी दे रहे हैं. वहीं तीनों वकीलों की दलीलें पूरी होने के बाद ईडी इन दलीलों पर अपना पक्ष साफ करेगी. वह कोर्ट के बताएगी कि इन दलीलों कितनी सही हैं या गलत.
टेंडर जारी होने से पहले LG ने क्यों नहीं की शिकायत
सिसोदिया के वकील ने कोर्ट में कहा कि जब सरकार की पॉलिसी बनती है तो कई स्तरों से गुजरती है. चुनी हुई सरकार के अलावा संबंधित विभाग, वित्त विभाग से होते हुए मसौदा उप राज्यपाल के पास जाता है. पूरी प्रक्रिया के बाद एलजी ने भी पॉलिसी को देखा समझा और मंजूरी दी. एलजी ने जो शिकायत की है, वो टेंडर जारी होने के बाद की है, पहले की नहीं. यहां एजेंसी टेंडर जारी होने से पहले की बात कर रही है.
सिसोदिया को कोई पैसा नहीं मिला: वकील
उधर, सिसोदिया की ईडी द्वारा गिरफ्तारी पर उनके वकील दयान कृष्णन ने सवाल उठाए. वकील ने कहा कि हमारी जमानत याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई होनी थी. इससे पहले ईडी ने सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया. जबकि इससे पहले ईडी ने उन्हें कभी समन जारी नहीं किया था.
सिसोदिया के वकील दयान कृष्णन ने कहा कि, जब सरकार की पॉलिसी बनती है तो कई स्तरों से गुजरती है. चुनी हुई सरकार के अलावा संबंधित विभाग, वित्त विभाग से होते हुए मसौदा उप राज्यपाल के पास जाता है. पूरी प्रक्रिया के बाद एलजी ने भी पॉलिसी को देखा समझा और मंजूरी दी. एलजी ने जो शिकायत की है वो टेंडर जारी होने के बाद की है. पहले की नहीं. यहां एजेंसी टेंडर जारी होने से पहले की बात कर रही है.
दयान कृष्णन ने कहा कि सिसोदिया को कोई पैसा नहीं मिला. उनके पास से भी छापेमारी के दौरान कोई धन दौलत संपदा कुछ भी नहीं मिला. अब कहा जा रहा है विजय नायर सिसोदिया के लिए काम कर रहा था. PMLA बेहद सख्त कानून हैं. यहां पुख्ता सबूत के बजाय एजेंसी की धारणा के हिसाब से गिरफ्तारी हो रही है.
सिसोदिया के वकील ने कहा कि ईडी को यह दिखाना होगा कि पैसा सिसोदिया के पास गया. वो दिखा दें कि 1 रुपया भी उनके पास गया. सीबीआई मामले में हम कोर्ट के सामने जमानत पर बहस करने वाले थे. मुझे पहले कभी नहीं बुलाया गया. जमानत की सुनवाई से एक दिन पहले मुझे गिरफ्तार कर लिया गया.
26 फरवरी को गिरफ्तार हुए थे सिसोदिया
दरअसल, सीबीआई ने 26 फरवरी को दिल्ली की शराब नीति में कथित घोटाले के मामले में मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया था. सीबीआई की 7 दिन की हिरासत के बाद राउज एवेन्यू कोर्ट ने उन्हें 20 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. सिसोदिया से तिहाड़ जेल में ईडी ने पूछताछ भी की थी.
#WATCH | Arrested AAP leader Manish Sisodia brought to Delhi's Rouse Avenue court in excise policy case pic.twitter.com/dmy9RNbG1F
— ANI (@ANI) March 10, 2023
गुरुवार को करीब 8 घंटे की पूछताछ के बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. ईडी ने शराब घोटाले में कथित मनी लॉन्ड्रिंग के केस में पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया है. ये गिरफ्तारी ऐसे वक्त पर हुई, जब आज उनकी बेल याचिका पर राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई होनी थी.
केजरीवाल ने साधा केंद्र पर निशाना
क्या है मामला?
दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने 17 नवंबर 2021 को नई एक्साइज पॉलिसी लागू की थी. दिल्ली सरकार ने नई एक्साइज पॉलिसी लाने को लेकर माफिया राज खत्म करने का तर्क दिया था. ये भी दावा किया गया था कि इससे सरकार के राजस्व में भी इजाफा होगा.
जुलाई 2022 में दिल्ली के तत्कालीन मुख्य सचिव ने इस मामले में एलजी वीके सक्सेना को रिपोर्ट सौंपी थी. इसमें एक्साइज पॉलिसी में गड़बड़ी के साथ ही डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पर शराब कारोबारियों को अनुचित लाभ पहुंचाने का भी आरोप लगा था. इसी रिपोर्ट के आधार पर सीबीआई ने 17 अगस्त 2022 को सिसोदिया समेत 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. 22 अगस्त को ईडी ने आबकारी नीति में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था. 6 महीने की जांच के बाद सीबीआई ने सिसोदिया को गिरफ्तार किया.
दिल्ली शराब घोटाले से जुड़े दो मामलों की जांच सीबीआई और ईडी कर रही हैं. दोनों एजेंसियां मनीष सिसोदिया समेत 12 लोगों को अब तक अरेस्ट कर चुकी है. सीबीआई के मामले में विजय नायर और समीर महेंद्रू समेत पांच लोग जमानत पा चुके हैं.
11 मार्च को केसीआर की बेटी से पूछताछ करेगी ED
दिल्ली शराब नीति में कथित घोटाले में जांच की आंच तेलंगाना तक पहुंच गई है. ईडी इस मामले में 11 मार्च को तेलंगाना के सीएम केसीआर की बेटी के कविता से पूछताछ करेगी. पहले ये पूछताछ 9 मार्च को होनी थी. लेकिन कविता ने ईडी से वक्त मांगा था.