
आम आदमी पार्टी के नेता सोमनाथ भारती ने 2024 के लोकसभा चुनाव में नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र से बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज की जीत को चुनौती दी थी. इस संबंध में उन्होंने दिल्ली हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया. कोर्ट ने कहा कि याचिका में स्पेलिंग की बहुत सारी गलतियां हैं. आप नेता का आरोप है कि बांसुरी स्वराज ने चुनाव के दौरान "भ्रष्ट आचरण" अपनाए थे.
बांसुरी स्वराज ने 25 मई को हुए आम चुनाव में सोमनाथ भारती को 78,370 मतों के अंतर से हराया था. भारती ने कथित भ्रष्ट आचरण के आधार पर हाई कोर्ट से बीजेपी सांसद की जीत को रद्द करने की मांग की थी. उन्होंने आरोपों पर कहा कि आप नेता के लिए अपनी हार को "पचाना मुश्किल" लग रहा है.
यह भी पढ़ें: दिल्ली से हारे AAP प्रत्याशी सोमनाथ भारती ने दी बांसुरी स्वराज की जीत को चुनौती, HC में दाखिल की याचिका
कोर्ट ने दोबारा याचिका दायर करने का निर्देश दिया
हाई कोर्ट ने आप नेता की याचिका पर सुनवाई 13 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी है और जरूरी सुधारों के याचिका दोबारा दायर करने को कहा है. मामला अभी भी जारी है और हाई कोर्ट अगली बार बांसुरी स्वराज के निर्वाचन को चुनौती देने वाली सोमनाथ भारती की संशोधित याचिका पर सुनवाई करेगा.
कोर्ट ने याचिका पर नोटिस जारी करने से इनकार किया
जस्टिस मनमीत प्रीतम सिंह अरोड़ा की बेंच ने आप नेता की याचिका पर कहा, "यह गलतियों से भरा हुआ है. इसमें बहुत सारी गलतियां हैं. याचिका में सुधार करने की जरूरत है." साथ ही बेंच ने स्पष्ट किया कि कोर्ट याचिका पर कोई नोटिस जारी नहीं करेगा. बेंच ने कहा, "आपकी याचिका में स्पेलिंग संबंधी गलतियां भरी पड़ी हैं; मैं नोटिस जारी नहीं कर सकती क्योंकि मुझे कुछ भी समझ नहीं आ रहा है."
यह भी पढ़ें: AAP नेता सोमनाथ भारती ने की आतंकियों के सफाए की मांग, रियासी हमले को बताया चिंताजनक
सोनाथ भारती का क्या आरोप है?
सोमनाथ भारती ने जनप्रतिनिधित्व अधिनियम के प्रावधानों के तहत याचिका दायर की थी, जिसमें बांसुरी स्वराज पर उन्होंने भ्रष्ट आचरण का आरोप लगाया है. उनका कहना था कि स्वराज के मार्गदर्शन में बीजेपी कार्यकर्ता निवासियों को पैसा और साड़ी और सूट-सलवार जैसी चीजें बांट रहे थे. उन्होंने आगे कहा कि मतदान के दिन स्वराज के दोनों एजेंटों के पास उनके मतपत्र संख्या, फोटो, चुनाव चिन्ह और प्रधानमंत्री मोदी की फोटो वाले पर्चे थे.