
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सड़कों पर ऑटो और टैक्सी से सफर करना अब और महंगा होने जा रहा है. शुक्रवार को दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने संशोधित किराए बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. हालांकि, अभी नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है. उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही सरकार किराए बढ़ाने का नोटिफिकेशन भी जारी रहेगा.
दरअसल, सीएनजी के रेट बढ़ने के बाद दिल्ली सरकार ने फैसला लिया है. इससे पहले 2020 में ऑटो के किराए में बढ़ोतरी की गई थी. जबकि 2013 में टैक्सी का किराया बढ़ाया गया था. बता दें कि 2020 में सीएनजी ₹47 किलो थी, जबकि अक्टूबर 2022 में ₹78/किलो हो गई है.
अब ये ऑटो किराया होगा
अभी तक शुरुआती डेढ़ किलो मीटर के लिए ₹25 किराया था, जो बढ़कर ₹30 हो जाएगा. इसके बाद मीटर डाउन होते ही प्रति किलोमीटर ₹9.5 की जगह ₹11 किलोमीटर का किराया लगेगा.
अब ये टैक्सी किराया होगा
शुरुआती 1 किलोमीटर के लिए AC या नॉन AC में किराए में कोई बदलाव नहीं किया गया है. इसके बाद प्रति किलोमीटर के लिए नॉन एसी में पहले जहां ₹14 किलो मीटर का चार्ज था, वह अब बढ़कर ₹16/ किलोमीटर हो जाएगा. जबकि AC के लिए ₹17 प्रति किलो मीटर का चार्ज था, जो अब बढ़कर ₹20/ किलोमीटर हो जाएगा.
हालांकि, वेटिंग चार्ज और एक्स्ट्रा लगेज के लिए किराए में कोई बदलाव नहीं किया गया है. दिल्ली सरकार का कहना है कि इससे करीब दो लाख ऑटो रिक्शा और टैक्सी चालकों को राहत मिलेगी. इन लोगों को हाल ही में सीएनजी की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण ज्यादा खर्च उठाना पड़ रहा था. दिल्ली सरकार की मंजूरी से ऑटो और टैक्सी के नए किराए आने वाले हफ्तों में अधिसूचना के बाद लागू होंगे.
सरकार ने बताया कि ऑटो के किराए में आखिरी संशोधन 2020 में हुआ था, जबकि टैक्सी के लिए 9 साल पहले 2013 में बढ़ोतरी हुई थी. 2020 में सीएनजी का किराया 47 रुपये था, अब अक्टूबर 2022 तक बढ़कर 78 रुपये हो गया है. दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को इस मसले पर ऑटो रिक्शा और टैक्सी संगठनों की तरफ से शिकायत की गई थी. उनका कहना था कि सीएनजी की बढ़ती दर, ऑटो रिक्शा और टैक्सी की लागत और रखरखाव में खर्चा ज्यादा आ रहा है. जबकि लागत के अनुरूप कमाई नहीं हो पा रही है. इसके लिए सरकार ने किराए की समीक्षा और सिफारिश करने के लिए मई 2022 में 13 सदस्यों की एक कमेटी का गठन किया था.
कमेटी ने ब्लैक, ऐलो और इकोनॉमी टैक्सी के किराए में संशोधन करने की सिफारिश की थी, जिसकी समीक्षा की गई और दिल्ली सरकार ने किराए बढ़ाने के प्रस्ताव का अनुमोदन कर दिया है. कमेटी ने यह भी सिफारिश की कि प्रीमियम टैक्सी श्रेणी के लिए मौजूदा किराए में बदलाव न किया जाए ताकि उन्हें उपयोगकर्ताओं के लिए बहुत महंगा होने से बचाया जा सके.
कैलाश गहलोत ने कहा- 'हमने देखा है कि हाल के महीनों में ईंधन की कीमतें बढ़ी हैं, जिससे ड्राइवरों के मुनाफे पर असर पड़ा है. ऐसे में सड़कों पर टैक्सी-ऑटो की संख्या प्रभावित हुई है. दिल्ली के नागरिकों के लिए अपने कार्यालयों या घर जाने के लिए सड़क पर आने-जाने में परेशानी हुई है. संशोधित किराए से उन्हें अपने परिवारों का भरण-पोषण करने में मदद मिलेगी और शहर में ऑटो रिक्शा और टैक्सियों की बढ़ती उपलब्धता के साथ यात्रियों को भी सुविधा मिलेगी.