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दिल्ली मेयर चुनाव 2024: AAP पार्षदों की दौड़ शुरू, मेयर बनने के लिए ये हैं रेस में!

दिल्ली नगर निगम के सूत्रों का कहना है कि चुनाव की तारीखों को चुनने के लिए निगम सचिव की तरफ से फाइल मेयर के पास आ चुकी है, मेयर की तय की गई तारीख पर नए मेयर को चुना चाएगा. दिल्ली के मेयर का पद अनुसूचित जाति के पार्षद के लिए आरक्षित है, हालांकि डिप्टी मेयर और नेता सदन जैसे पद के लिए भी AAP के पार्षदों में भाग-दौड़ शुरू हो चुकी है.

दिल्ली एमसीडी (File Photo) दिल्ली एमसीडी (File Photo)
राम किंकर सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 08 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 2:23 PM IST

दिल्ली में 25 मई को होने वाले आम चुनावों से पहले दिल्ली निगम शासित AAP पार्टी के सामने दिल्ली के नए मेयर का चुनाव करवाना टफ है, उससे कहीं ज्यादा दिल्ली में पार्टी के मौजूदा राजनीतिक स्थिति में अपने पार्षदों को एकजुट रख पाना कठिन है. यही वजह है कि AAP, कांग्रेस और BJP अपने पार्षदों पर नजर रखे हुए है.  

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मेयर तक पहुंची निगम सचिव की फाइल

दिल्ली नगर निगम के सूत्रों का कहना है कि चुनाव की तारीखों को चुनने के लिए  निगम सचिव की तरफ से फाइल मेयर के पास आ चुकी है, मेयर की तय की गई तारीख पर नए मेयर को चुना चाएगा. दिल्ली के मेयर का पद अनुसूचित जाति के पार्षद के लिए आरक्षित है, हालांकि डिप्टी मेयर और नेता सदन जैसे पद के लिए भी AAP के पार्षदों में भाग-दौड़ शुरू हो चुकी है.

ये हैं रेस में सबसे आगे 

1. प्रेम चौहान

दक्षिणपुरी वार्ड से दूसरी बार के पार्षद और पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रेम चौहान का नाम महापौर की दौड़ में सबसे आगे है. 

2. सारिका चौधरी

महापौर के चुनाव के लिए दरियागंज वार्ड से पार्षद सारिका चौधरी का नाम सामने आ रहा है. सांसद संजय सिंह के जेल जाने और बेल पर वापस आने के तमाम बड़े मौके पर उनके परिवार के साथ सारिका साये की तरह खड़ी रहीं. सारिका चौधरी दरियागंज वार्ड से पार्षद हैं, जो की सामान्य सीट है. आरक्षित श्रेणी से ताल्लुक रखने वाली सारिका का नामांकन स्वीकार होगा या नहीं यह एक बड़ा पेंच है. दिल्ली नगर निगम में परंपरा रही है कि अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट से जीतकर आने वाले पार्षद ही महापौर बने हैं. यह पहला मौका होगा जब कोई सामान्य सीट से जीतकर आने वाला पार्षद अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र लेकर इस पद के लिए दावेदारी करेगा आपको बता दें कि जाति प्रमाण पत्र जांचने का अधिकार निगम के पास नहीं है.

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3. ज्योति प्रकाश जरवाल

तिगड़ी से दूसरी बार पार्षद ज्योति प्रकाश जरवाल भी इस दौड़ में शामिल हैं और उनके पति प्रकाश जरवाल देवली से विधायक हैं.

4. मोहिनी जिंदवाल

पूर्वी दिल्ली के सुंदर नगरी वार्ड से पार्षद मोहिनी जिंदवाल सिविल लाइंस वार्ड से पार्षद विकास घडोली से प्रियंका गौतम और पुल प्रहलादपुर से पार्षद राकेश लोहिया का नाम इस दौड़ में शामिल है.

5. मेयर का कार्यकाल

एमसीडी में हर पांच साल बाद चुनाव होता है तो वहीं मेयर का कार्यकाल सिर्फ 1 साल होता है. 1 अप्रैल को एमसीडी का फाइनेंशियल इयर शुरू होने के साथ ही 31 मार्च को पूरा हो जाता है. दिल्ली नगर निगम अधिनियम के मुताबिक पहले साल  मेयर महिला, दूसरे में सामान्य और तीसरे साल में एक अनुसूचित जाति का  सदस्य का चुना जाना होता है साल 2024 में अनुसूचित जाति का मेयर चुना जाना है. जब तक अगला मेयर नहीं चुना जाता, मेयर का कार्यभार वही संभालेंगी. एक बार चुनाव की तारीख तय हो गई तो  निगम सचिव कार्यालय मेयर पद के लिए नामांकन के लिए 10 दिन का समय निर्धारित करता है.

पीठासीन अधिकारी करवाता है नए मेयर का चुनाव

एक बार चुनाव की तारीख तय होते ही निगम सचिव कार्यालय पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति के लिए फाइल आगे बढ़ाता है, जो निगम आयुक्त कार्यालय से होते हुए दिल्ली शहरी विकास विभाग के पास और अंत में एलजी ऑफिस जाती है. दिल्ली नगर निगम का अधिनियम 77 ये कहता है कि मेयर, डिप्टी मेयर का चुनाव कराने की जिम्मेदारी पीठासीन अधिकारी की होती है.  तत्कालीन मेयर अगले मेयर चुनाव में दोबारा प्रत्याशी नहीं हैं तो ऐसे में निगम में परंपरा रही है कि पूर्व मेयर को ही पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया जाता है.

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अप्रैल महीने में सदन की बैठक में होना है चुनाव

नगर निगम में AAP का बहुमत है जो कि अनुसूचित जाति के पार्षद का नाम मेयर पद के लिए आगे करेगी. केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद बदले राजनीतिक माहौल में नए मेयर के चुनाव में बीजेपी आम आदमी पार्टी को वॉकओवर नहीं देना चाहेगी. ऐसे में विपक्षी दल फैसले का विरोध करता है और अपने उम्मीदवार को नामांकित करता है, तो मेयर का चुनाव होता है. दिल्ली नगर निगम चुनाव में एंटी डिफेक्शन लॉ यानि दलबदल विरोधी कानून लागू नहीं होने की वजह से कोई भी पार्षद किसी भी उम्मीदवार को वोट दे सकता है.

मेयर चुनाव में ये होते हैं वोटर

एमसीडी में आम आदमी पार्टी का बहुमत है. मेयर डिप्टी मेयर के चुनेव में 250 निर्वाचित पार्षद, 7 लोकसभा सांसद 3 राज्यसभा सदस्य और 14 विधायक वोट करते हैं.

एमसीडी में आप की स्थिति

आम आदमी पार्टी

> 134 सदस्य
1 निर्दलीय
3 एमपी
13 विधायक

एमसीडी में बीजेपी  की स्थिति

भाजपा: 104
1 निर्दलीय
सांसद: 7
विधायक: 1
मनोनीत सदस्य: 10

एमसीडी में कांग्रेस की स्थिति

कांग्रेस: 9

निर्दलीय: 1

आंकड़े से साफ है कि  मेयर चुनाव में बहुमत आम आदमी के पास है, लेकिन केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद हर पार्टी सतर्क है. भाजपा की भी अपने पार्षदों पर नजर है. आप और कांग्रेस पार्टी अपने-अपने पार्षदों पर नजर रख रही है.

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