
Delhi Metro Rules: दिल्ली मेट्रो रोजाना हजारों यात्रियों को एक जगह से दूसरी जगह लेकर जाती है. दफ्तर जाने वालों के लिए दिल्ली मेट्रो किसी वरदान से कम नहीं है. ऐसे में यात्रियों की सहूलियत के लिए डीएमआरसी ने कई नियम और कानून बनाए हैं. इसी तरह महिलाओं और बुजुर्गों को यात्रा करते समय ज्यादा दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े, इसलिए प्रत्येक मेट्रो में कई आरक्षित सीटें दी गई हैं. महिलाओं के लिए एक बोगी आरक्षित की जाती है, जबकि हर कोच में कुछ सीटें बुजुर्ग के लिए रखी जाती हैं.
कई बार दिल्ली मेट्रो के नियमों को लेकर यात्री ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया साइट्स पर सवाल पूछते रहते हैं. हाल ही में एक युवक ने ऐसा सवाल पूछ लिया, जिसका जवाब डीएमआरसी ने खुद दिया है. दरअसल, गोलू कुमार नामक युवक ने ट्वीट कर सवाल पूछा कि क्या लेडीज सीट पर 90 साल के बुजुर्ग बैठ सकते हैं? इसके साथ ही, गोलू ने डीएमआरसी और ट्रांसपोर्ट दिल्ली के अकाउंट को टैग किया.
सवाल का जवाब देते हुए डीएमआरसी ने कहा कि प्रत्येक कोच में चार सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं और कुछ सीटें वरिष्ठ नागरिकों/विकलांग व्यक्तियों के लिए भी आरक्षित हैं. इस संबंध में उपयुक्त संकेत प्रदर्शित किए जाते हैं. इसके अलावा, जागरूकता के लिए घोषणाएं भी की जाती हैं.
आरक्षित कोच में बच्चे के साथ यात्रा कर सकती है महिला?
मेट्रो ट्रेन में पहला कोच महिलाओं के लिए आरक्षित किया गया है. इसमें पुरुषों को यात्रा करने की अनुमति नहीं होती है. ऐसे में लोगों के मन में सवाल उठता है कि यदि महिला का कोई बच्चा है तो वह क्या उसे उस रिजर्व्ड कोच में ले जा सकती है और यदि हां तो उसकी अधिकतम उम्र कितनी होनी चाहिए. डीएमआरसी ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर इसका भी जवाब दिया है. वहां लिखा गया है कि हां, महिलाओं के लिए सुरक्षित सवारी सुनिश्चित करने के लिए डीएमआरसी ने प्रत्येक ट्रेन में एक अलग महिला कोच की शुरुआत की है. महिला यात्री के साथ 12 वर्ष तक के पुरुष बच्चों को केवल महिला कोच में यात्रा करने की अनुमति है.