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दिल्ली से उड़ी इंडिगो की फ्लाइट में महिला को हार्ट अटैक, यात्रा कर रहे 4 डॉक्टरों ने बचाई जान

महिला को जब अटैक आया, तब विमान को दिल्ली से उड़ान भरे सिर्फ 35 मिनट ही हुए थे. अच्छी बात ये रही कि फ्लाइट में चार डॉक्टर भी यात्रा कर रहे थे. उन्होंने बिना देरी किए महिला का इलाज कर उसकी जान बचा ली. पटना में प्लेन उतरने के बाद महिला को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया.

प्रतीकात्मक फोटो प्रतीकात्मक फोटो
aajtak.in
  • पटना,
  • 21 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 1:44 PM IST

नई दिल्ली से पटना के लिए उड़ान भरने वाली IndiGo की फ्लाइट में एक महिला को हार्ट अटैक आ गया. गनीमत ये रही कि उस फ्लाइट में सवार 4 डॉक्टरों ने सूझबूझ से महिला की जान बचा ली. महिला को जब अटैक आया, तब विमान को दिल्ली से उड़ान भरे सिर्फ 35 मिनट ही हुए थे. पटना में फ्लाइट के उतरने के बाद महिला को प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया. हालांकि, अब महिला की तबीयत स्थिर बताई जा रही है. 

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हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, महिला के पति प्रमोद अग्रवाल ने बताया कि उनकी पत्नी सुमन अग्रवाल को हाइपरटेंशन है. दोनों नागपुर से आ रहे थे. उन्हें दिल्ली एयरपोर्ट से उड़ान भरने के 35 मिनट बाद सीने में दर्द होने लगा और वे सीट पर ही गिर गईं. इसके बाद क्रू ने तुरंत विमान में सवार डॉक्टरों और नर्सों से मदद मांगी. तभी चार डॉक्टर, जिनमें से तीन सरकारी नौकरियों में थे, वे मदद के लिए आगे आए और उन्होंने स्थिति को संभाला. 
 
सामुदायिक मेडिसिन में एमडी डॉ. अभिषेक कुमार सिन्हा ने बताया कि यात्री बेहोश हो गया था और शॉक की स्थिति में थी. उनका ब्लड प्रेशर भी रिकॉर्ड नहीं हो पा रहा था. न ही पेरीफेरल नर्वस चल रही थी. उन्होंने बताया कि उनके पास महिला की कोई मेडिकल हिस्ट्री भी नहीं थी. ऐसे में हाइपोग्लाइकेमिया से बचने के लिए उन्होंने एक एयर होस्टेस से पानी में चीनी मिलाकर पिलाने को कहा. डॉ सिन्हा ने बताया कि फ्लाइट में ऑक्सीजन सिलेंडर समेत सभी जरूरी दवाएं मौजूद थीं. जो काम आईं. 

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मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में पदस्थ डॉ निकिता श्रीवास्तव ने बताया कि उन्हें ऑक्सीजन पर रखा गया. हालांकि, जब नर्व तेजी से गिरती हैं, जब अस्पताल में भी ऐसा करना काफी कठिन होता है, ऐसे में हवा में करना काफी चुनौतीपूर्ण था. इसके बाद उन्हें कुछ जरूरी दवाएं दी गईं. इसके बाद महिला को होश आ गया. उन्होंने बताया कि उनके सीने में दर्द हो रहा था. इस दौरान नई दिल्ली से डॉ मल्लिकार्जुन और आर्मी हॉस्पिटल में तैनात डॉ आतिश भी साथ रहे और महिला की जान बचाने में मदद की. 

इसके बाद फ्लाइट के पायलटों ने पटना एटीसी से संपर्क किया और मेडिकल इमरजेंसी का हवाला देते हुए विमान की लैंडिंग कराने में प्राथमिकता देने की अपील की. विमान तय वक्त से 25 मिनट पहले एयरपोर्ट पर उतरा. एयरपोर्ट पर डॉक्टरों की टीम पहले से तैनात थी. पटना में एयरपोर्ट पर उतरने के बाद महिला को तुरंत प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया. अब महिला की हालत स्थिर बताई जा रही है. 
 


 

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