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अमित शाह के Edited Video को लेकर दिल्ली पुलिस का एक्शन, गृह मंत्रालय की शिकायत पर दर्ज की FIR

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का एक एडिटेड वीडियो वायरल हो रहा है. इसे लेकर दिल्ली पुलिस ने FIR दर्ज की है. साथ ही एडिटेड वीडियो को लेकर X और फेसबुक को लैटर लिखा है. पुलिस ने दोनों सोशल मीडिया प्लेटफार्म से जानकारी मांगी है कि ये एडिटेड वीडियो किस अकाउंट से पोस्ट किया गया है.

गृह मंत्री अमित शाह (फाइल फोटो-पीटीआई) गृह मंत्री अमित शाह (फाइल फोटो-पीटीआई)
अरविंद ओझा/पीयूष मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 28 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 11:13 PM IST

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का एक एडिटेड वीडियो वायरल हो रहा है. इसे लेकर दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. गृहमंत्री के एडिटेड वीडियो को लेकर दिल्ली पुलिस को 2 शिकायतें मिली थीं. इसमें एक शिकायत बीजेपी की ओर से की गई थी, जबकि दूसरी शिकायत गृह मंत्रालय की तरफ से की गई थी. शिकायत पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल साइबर विंग  IFSO यूनिट ने FIR दर्ज की है.

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अमित शाह के एक वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है. इसके बाद एडिटेड वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है. एडिटेड वीडियो में गृहमंत्री को एससी/एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण पर टिप्पणी करते हुए सुना जा सकता है. इस एडिटेड वीडियो को लेकर बीजेपी ने देशभर में एफआईआर दर्ज करने का फैसला किया है.

बीजेपी और गृह मंत्रालय की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने IPC की धारा 153/153A/465/469/171G और IT एक्ट की धारा 66C के तहत केस दर्ज किया है.

बीजेपी ने देशभर में FIR कराने का फैसला लिया

बीजेपी सूत्रों ने आजतक से इस बात की पुष्टि की है कि गृहमंत्री अमित शाह ने एससी/एसटी या ओबीसी के लिए आरक्षण खत्म करने की बात नहीं की है और यह वीडियो फर्जी है. उन्होंने मूल रूप से कहा था कि सरकार बनते ही बीजेपी मुस्लिम समुदाय को दिए जा रहे असंवैधानिक आरक्षण को हटा देगी. भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि हमें देश के विभिन्न हिस्सों से शिकायतें मिल रही हैं और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इन सभी शिकायतों पर एफआईआर दर्ज की जाए.

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FIR की कॉपी...

बीजेपी ने वीडियो को बताया फर्जी

पुलिस को दी शिकायत में बीजेपी ने कहा कि अमित शाह ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षण खत्म करने को लेकर कोई बात नहीं की है. जो वीडियो वायरल किया जा रहा है वह फर्जी है. बीजेपी ने आरोप लगाया कि मूल वीडियो में अमित शाह तेलंगाना में मुसलमानों को के लिए "असंवैधानिक" आरक्षण को हटाने पर चर्चा की थी. 

दिल्ली पुलिस ने फेसबुक और X से मांगी जानकारी

दिल्ली पुलिस ने गृहमंत्री के एडिटेड वीडियो को लेकर X और फेसबुक को लैटर लिखा है. साथ ही दोनों सोशल मीडिया प्लेटफार्म से जानकारी मांगी है कि ये एडिटेड वीडियो किस अकाउंट से पोस्ट किया गया है.

झारखंड कांग्रेस ने किया था पोस्ट

झारखंड कांग्रेस ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट किया था, इसमें लिखा था कि 'अमित शाह का चुनावी भाषण वायरल हो गया है, जिसमें उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी की सरकार दोबारा बनी तो ओबीसी और एससी/एसटी आरक्षण खत्म कर दिया जाएगा.'

अमित मालवीय ने कांग्रेस पर लगाया आरोप

बीजेपी नेता अमित मालवीय ने आरोप लगाया कि कांग्रेस एक एडिटेड वीडियो वायरल कर रही है, जो पूरी तरह से फर्जी है. इससे बड़े पैमाने पर हिंसा होने की आशंका है. गृहमंत्री अमित शाह ने इसी आधार पर मुसलमानों को दिए गए असंवैधानिक आरक्षण को हटाने की बात कही है. एससी/एसटी और ओबीसी की हिस्सेदारी कम करने के बाद यह फर्जी वीडियो कई कांग्रेस नेताओं द्वारा शेयर किया गया है, अब वह कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहें.

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