10 आतंकियों सहित 47 एनकाउंटर करने वाले दिल्ली पुलिस के ACP ललित मोहन नेगी हुए रिटायर, जानिए क्या रही उपलब्धियां
दिल्ली का जामा मस्जिद ब्लास्ट मामला, बेंगलुरु का चिन्नास्वामी स्टेडियम बम ब्लास्ट मामला और मुंबई का 7/11 ब्लास्ट मामला ललित मोहन नेगी और इनकी टीम ने सुलझाया और ब्लास्ट में शामिल आतंकियों को गिरफ्तार किया.
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की स्पेशल सेल के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट ACP ललित मोहन नेगी रिटायर हो चुके हैं. उन्होंने अपने सेवा काल के दौरान 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों सहित कुल 47 एनकाउंटर किया और सुपरकॉप बने. पार्लियामेंट अटैक केस को सुलझाने, आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन का नेटवर्क खत्म करने और सिद्धू मुसेवाला हत्याकांड में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने में ललित मोहन नेगी की टीम की अहम भूमिका रही.
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स्पेशल सेल में तैनात एनकाउंटर स्पेशलिस्ट ललित मोहन नेगी की 31 अगस्त को रिटायरमेंट हुई.
ललित मोहन नेगी ने 10 पाकिस्तानी आतंकियों सहित 47 अपराधियों को एनकाउंटर में ढेर किया.
ललित मोहन नेगी मूल रूप से उत्तराखंड के रहने वाले हैं. उन्होंने 26 जून, 1989 को दिल्ली में बतौर सब-इंस्पेक्टर ज्वाइन किया और अपने असाधारण काम की बदौलत लगातार आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाते रहे. वे स्पेशल सेल में एसीपी पद पर भी तैनात रहे.
साल 2001 में जब संसद भवन पर हमला हुआ, तो इस केस को सुलझाने वाली टीम में ललित मोहन नेगी शामिल थे. मामले की चार्जशीट बनाने में इनकी अहम भूमिका थी, जिसके नतीजे में अफजल गुरू को फांसी हुई.
दिल्ली, मुंबई, बनारस, बेंगलुरु में लगातार मार्केट में, ट्रेन के अंदर बम धमाके हो रहे थे. बाद में खुलासा हुआ कि आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन इन हमलों के पीछे है. इसके बाद ललित मोहन नेगी अपने सहयोगी इंस्पेक्टर हृदय भूषण के साथ स्पेशल सेल की टीम को संगठित किया और एक के बाद एक देश भर से इंडियन मुजाहिद्दीन के वॉन्टेड आतंकियों को गिरफ्तार किया.
दिल्ली का जामा मस्जिद ब्लास्ट मामला, बेंगलुरु का चिन्नास्वामी स्टेडियम बम ब्लास्ट मामला और मुंबई का 7/11 ब्लास्ट मामला ललित मोहन नेगी और इनकी टीम ने सुलझाया और ब्लास्ट में शामिल आतंकियों को गिरफ्तार किया. बिहार के दरभंगा मॉड्यूल का खुलासा भी इनकी टीम ने ही किया था.
मुख्तार अंसारी, छोटा शकील और बृजेश सिंह से जुड़े मामले
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ललित मोहन नेगी ने खुफिया एजेंसी रॉ में भी शामिल होकर काम किया. अंडरवर्ल्ड के कई बड़े अपराधियों पर भी नेगी और उनकी टीम ने शिकंजा कसा. इसके साथ ही छोटा शकील के कई गुर्गों को गिरफ्तार किया.
उत्तर प्रदेश के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी को दिल्ली से गिरफ्तार किया. दशकों तक अंडरग्राउंड हो चुके यूपी के माफिया डॉन बृजेश सिंह को उड़ीसा से महीनों के ऑपरेशन के बाद गिरफ्तार किया.
ललित मोहन नेगी नाम कुछ ऐसे भी ऑपरेशन हैं, जो देश से बाहर विदेशों में अंजाम दिए गए और कभी ऑन रिकॉर्ड सामने नहीं आए.
ललित मोहन नेगी रिटायर तो हो गए लेकिन उनके मजबूत नेटवर्किंग और उनकी जाबांजी का ही नतीजा है कि सरकार ने उन्हें एक साल तक बतौर एडवाइजर दिल्ली पुलिस में तैनात रखने का फैसला किया है, यानी रिटायमेंट के बाद भी ललित मोहन नेगी अपनी सेवाएं देते रहेंगे.
मिल चुके हैं कई अवार्ड्स
ललित मोहन नेगी को 4 पुलिस मेडल फॉर गैलंट्री मिल चुके हैं. IB, रॉ और सीबीआई जैसी एजेंसियां उनके काम की तारीफें कर चुकी हैं. उन्हें कई वीरता पुरस्कार भी मिल चुके हैं.