
देश की राजधानी दिल्ली की पुलिस (Delhi Police) ने एक और किडनी रैकेट का भंडाफोड़ किया है. क्राइम ब्रांच ने पांच राज्यों में फैले एक बड़े किडनी रैकेट में शामिल कुल आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पिछले दिनों क्राइम ब्रांच ने बांग्लादेश से चल रहे एक किडनी रैकेट का भांडा फोड़ किया था, जिसमें डॉक्टर सहित कुल सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था.
15-16 किडनी निकाल चुकी थी महिला डॉक्टर
पिछले दिनों भंडाफोड़ किए गए बांग्लादेश के रैकेट के मामले में पहले राजस्थान पुलिस ने अहम खुलासा किया था. इसके बाद दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच भी इस मामले की जांच में जुट गई थी और फिर पुलिस को पता लगा कि दिल्ली के एक बड़े अस्पताल की महिला डॉक्टर नोएडा के एक अस्पताल में 15 से 16 ट्रांसप्लांट को अंजाम दे चुकी है.
आरोप है कि इस महिला डॉक्टर के प्राइवेट असिस्टेंट के अकाउंट में इस अवैध धंधे का पैसा आता था और महिला डॉक्टर उसे कैश में निकलवा लिया करती थी. दिल्ली पुलिस के मुताबिक यह पूरा रैकेट बांग्लादेश से संचालित हो रहा था.
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इसके लिए बांग्लादेश में रैकेट के लोग डायलिसिस सेंटर जाते थे और वहां पर देखते थे कि किस मरीज को किडनी की जरूरत है, उसकी पैसे देने की कितनी क्षमता है. एक बार अगर कोई मरीज 25 से 30 लाख रुपये देने को तैयार हो जाता तो फिर एक इंडियन मेडिकल एजेंसी के जरिए वह उसे इलाज के लिए भारत भेज देते थे.
नौकरी के नाम पर बांग्लादेश से लाए जाते थे लोग
उसके बाद इस रैकेट के लोग किसी गरीब बांग्लादेशी को पकड़ते थे और उसे पैसों को प्रलोभन देकर किडनी देने के लिए तैयार करते थे. फिर उसे झांसा देकर भारत लाते थे और जिस मरीज को किडनी की जरूरत होती थी उसे उसका रिश्तेदार बताते थे. इसके बाद उस व्यक्ति का नकली दस्तावेज बनवा कर महिला डॉक्टर के जरिए उसकी किडनी निकलवा लेते थे.
इस महिला डॉक्टर को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 4 दिन पहले दिल्ली से ही गिरफ्तार किया है. मामला सामने आने के बाद अपोलो अस्पताल ने महिला डॉक्टर को सस्पेंड कर दिया. पुलिस के मुताबिक कुछ डोनर्स ने ये भी बताया कि उन्हें नौकरी के नाम पर हिन्दुस्तान लाया गया और फिर यहां पर उसकी किडनी निकाल ली गई.