
दिल्ली के सुल्तानपुरी में रविवार को एक दर्दनाक मामला सामने आया है. यहां कंझावला में एक युवती का नग्न अवस्था में शव मिलने के बाद हड़कंप मच गया. पुलिस मौके पर पहुंची तो बॉडी के कई हिस्से क्षत-विक्षत हो चुके थे. पुलिस ने जांच की तो घटनास्थल से थोड़ी दूरी पर पुलिस को एक स्कूटी भी पड़ी मिली, जो दुर्घटनाग्रस्त थी. स्कूटी के नंबर के आधार पर युवती के बारे में पता किया गया. बाद में पुलिस ने कार बरामद कर ली और 1 जनवरी देर शाम तक सभी 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
आरोप है कि कार सवार 5 युवकों ने एक युवती को टक्कर मारी, फिर सड़क पर 4 किमी तक घसीटा, जिससे उसकी मौत हो गई. मामला सुल्तानपुरी-कंझावला इलाके का है. हालांकि, पुलिस की इस थ्योरी पर सवाल खड़े हो रहे हैं. मृतक लड़की के परिवार ने भी पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने इस घटना की तुलना दिल्ली के निर्भया केस से की है. पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर उनका एल्कोहल टेस्ट करवाया है. पुलिस का कहना है कि इसकी रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट हो सकेगी. वहीं, सोशल मीडिया पर भी पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं. यूजर्स का दावा है कि लड़की के साथ पहले रेप हुआ, इसके बाद उसका मर्डर किया गया.
राहगीर ने दी पुलिस को जानकारी
दरअसल, 1 जनवरी की सुबह करीब 3.24 बजे दिल्ली पुलिस के थाना कंझावला को कॉल मिली. एक राहगीर ने कार के पीछे लाश लटकी होने की जानकारी दी थी. राहगीर ने बताया कि एक ग्रे कलर की बलेनो गाड़ी जो कुतुबगढ़ की तरफ जा रही है, उसमें एक डेड बॉडी बंधी है, जो नीचे लटकी हुई है. इसके बाद पुलिस ने कॉल के आधार पर तत्काल आसपास के इलाकों में तैनात टीम को अलर्ट किया और कार की तलाश में जुट गई. इसके बाद पुलिस को एक और कॉल 4 बजे के बाद आई. इसमें बताया गया कि एक लड़की का शव कंझावला में मिला है. पुलिस ने शव वहीं से बरामद किया है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए संजय गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल भेज दिया है.
पुलिस का क्या है दावा?
डिप्टी पुलिस कमिश्नर (आउटर) हरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि कि पीड़िता का पैर कार के एक पहिये में फंस गया और उसे करीब चार किलोमीटर तक घसीटा गया. उन्होंने बताया कि इस मामले में दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण, मिथुन और मनोज मित्तल के खिलाफ आईपीसी की धारा 279 (तेजी से गाड़ी चलाना) और 304-ए (लापरवाही से मौत) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस के मुताबिक, दीपक ड्राइवर है, वहीं आरोपी अमित एसबीआई कार्ड के बनवाता है. वहीं, कृष्ण सीपी में तो मिथुर हेयर ड्रेसर का काम करता है. जबकि मित्तल फूड डीलर के तौर पर काम करता है. सूत्रों का दावा है कि आरोपियों को नहीं पता था कि उनकी कार से पीड़िता फंसी है. जब उन्हें पता चला कि कोई उनके कार में फंसा है, तो वे शव निकालकर भाग गए. पुलिस के मुताबिक, पीड़ित महिला शादी और अन्य कार्यक्रमों में पार्ट टाइम काम करती थी. जब वह एक ऐसे ही कार्यक्रम से लौट रही थी, तो उसका एक्सीडेंट हो गया.
पुलिस ने कहा- रेप नहीं हुआ
पुलिस का दावा है कि पीड़िता के साथ रेप नहीं हुआ. पुलिस ने कहा कि पीड़िता से रेप और मर्डर का गलत दावा किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि पुलिस ने जब कार को ट्रैक किया गया तो उसके मालिक से पता चला कि सुल्तानपुरी के एरिया में हमारी कार का भयंकर एक्सीडेंट हुआ. जिसमें पीड़िता जो 20 साल की महिला है, कार के साथ ही घसीटती चली गई. बाद में जब कार सवारों को ऐहसास हुआ तो महिला की मौत हो चुकी थी. ये कोई मर्डर या रेप का मामला नहीं है. गंभीर एक्सीडेंट का मामला है. 5 लड़कों को गिरफ्तार किया है.
अमन विहार का रहने वाला है परिवार
पीड़िता का परिवार अमन विहार का रहने वाला है. उसकी मां ने बताया कि बेटी घर में अकेली कमाने वाली थी. पिता का 8 साल पहले निधन हो गया था. घर में दो और बहनें हैं. दो छोटे भाई भी हैं. एक बड़ी बहन की शादी हो गई है. 31 दिसंबर की शाम करीब 6 बजे उनकी बेटी घर से यह कहकर निकली थी कि उसे पार्टी (ईवेंट कंपनी) का कोई काम है. रात 9 बजे बेटी ने घर फोन किया और कहा कि रात का काम है, इसलिए अब सुबह तक ही आ पाएगी. अभी काम खत्म नहीं हुआ है. उन्होंने रात 10 बजे फोन किया, लेकिन बंद जा रहा था, जिसकी वजह से संपर्क नहीं हो पाया.
ये हादसा नहीं, निर्भया से मिलता जुलता केस- परिवार
मृतक युवती के मामा ने कहा कि मैं पुलिस की कार्रवाई से सहमत नहीं हूं. डीसीपी ने कहा था कि आरोपी लड़कों ने कुछ गलत नहीं किया है. इतना बड़ा हादसा होने के बाद कुछ गलत नहीं किया? ये केस निर्भया से मिलता-जुलता है. हम 100 प्रतिशत कह सकते हैं कि बेटी के साथ गलत हुआ है. स्कूटी कहीं मिली है और बॉडी किसी दूसरी जगह से बरामद की गई है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने में देरी लगेगी. इस बीच, कार्रवाई में ढिलाई हो सकती है.
पुलिस ने नहीं दिखाई दिलचस्पी- चश्मदीद का दावा
इस हादसे का एक चश्मदीद सामने आया है. दीपक नाम के युवक ने दावा किया है कि उसने ही पुलिस को कार के पीछे शव लटके होने की सूचना दी. हादसे के बाद वो सुबह 5 बजे तक पुलिस के संपर्क में रहा, कोई मौके पर नहीं आया. दीपक ने कहा कि उसने बेगमपुर तक बलेनो कार का पीछा किया. आरोप है कि पीसीआर वैन में मौजूद पुलिस ने रिस्पॉन्स नहीं दिया और केस के बारे में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई. दीपक का दावा है कि शव के उलझने तक कार इधर-उधर दौड़ती रही. शव गिरने के बाद आरोपी मौके से भाग गए. प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार कार सामान्य गति में थी और देखने से लग रहा था कि वे होश में हैं. दीपक का कहना था कि वो लगभग 3.15 बजे दूध की डिलीवरी का इंतजार कर रहा था, तभी उन्होंने एक कार को आते देखा. पीछे के पहियों से जोर की आवाज आ रही थी.