मंगलवार को भारत सरकार और दिल्ली सरकार की 5 एजेंसियों ने यमुना में बोट टूरिज्म सर्विस के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया. समझौता ज्ञापन के मुताबिक, भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI) दिल्ली में राष्ट्रीय जलमार्ग-110 (यमुना नदी) के चिन्हित भाग में बोट टूरिज्म/फेरी सर्विस डेवलप करने के लिए भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण, दिल्ली विकास प्राधिकरण, दिल्ली जल बोर्ड, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग, दिल्ली और दिल्ली पर्यटन और परिवहन विकास निगम लिमिटेड (GNCTD) के बीच सहयोग की रूपरेखा स्थापित करेगा.
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यमुना बोट टूरिज्म प्रोजेक्ट
IWAI यमुना नदी के दिल्ली स्ट्रेच में इनलैंड वॉटर ट्रांसपोर्ट (IWT) डेवलप करेगा. इसमें सोनिया विहार से जगतपुर तक करीब 4 से 6 किलोमीटर में IWT का विकास और किनारे की सुविधा के साथ पोत बर्थिंग जेटी का विकास, गैर-प्रदूषणकारी नावें, सहायक उपकरण और नाव पर्यटन/नौका सेवा के लिए चार्जिंग स्टेशन जैसी चीजें शामिल हैं.
इससे यमुना नदी इलाके में रहने वाली आबादी के लिए कनेक्टिविटी बढ़ाने में भी मदद मिलेगी. 5-7 नॉट की स्पीड के साथ 20-30 यात्रियों की बैठने की क्षमता वाली गैर-प्रदूषणकारी सौर/इलेक्ट्रिक हाइब्रिड नावें होंगी. एजेंसियों को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं.
इंनलैंड वॉटर अथॉरिटी ऑफ इंडिया (IWAI) की भूमिका
तटवर्ती विकास के लिए फ्लोटिंग जेटी और उपलब्ध डिजाइन जानकारी सहित बुनियादी ढांचा सुविधाएं प्रदान करना.
यात्री सुरक्षा, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाएं.
सौर/इलेक्ट्रिक हाइब्रिड नौकाओं के लिए चार्जिंग स्टेशन की स्थापना सहित तटवर्ती सुविधा विकसित करना.
कोई रिपोर्ट, हाइड्रोग्राफिक सर्वे और नेविगेशनल एड्स की स्थापना.
प्रोजेक्ट को सुचारू और प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए सहयोग प्रदान करना, जिसमें जहां भी जरूरी हो, अप्रूवल लेना.