
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने सोमवार को राज्य की छह राज्यसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की. पश्चिम बंगाल में इसी महीने के अंत में राज्यसभा के चुनाव होने हैं. इन उम्मीदवारों में डेरेक ओ'ब्रायन, सुखेंदु शेखर रे और डोला सेन का नाम शामिल है जो पहले से सांसद है. ओ'ब्रायन, 2011 से सांसद हैं और राज्यसभा में टीएमसी के नेता हैं, जबकि रे, जिन्हें पहली बार 2012 में संसद के ऊपरी सदन में भेजा गया था, उप मुख्य सचेतक हैं और डोला सेन 2017 में राज्यसभा सांसद बनी थीं.
6 सीटें हुई थी रिक्त
सूची में नए लोगों में बांग्ला संस्कृति मंच के अध्यक्ष समीरुल इस्लाम, टीएमसी के अलीपुरद्वार जिला अध्यक्ष प्रकाश चिक बड़ाइक और आरटीआई कार्यकर्ता तथा टीएमसी प्रवक्ता साकेत गोखले का नाम शामिल है. ओ'ब्रायन, रे और सेन के अलावा, कांग्रेस सांसद प्रदीप भट्टाचार्य, टीएमसी की असम नेता सुष्मिता देव और टीएमसी के दार्जिलिंग नेता शांता छेत्री का कार्यकाल समाप्त हो गया है, जिसके बाद ये छह सीटें खाली हो गईं थी.
बंगाल की एक सीट पर उपचुनाव भी
गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुइज़िन्हो फलेरियो ने इसी साल अप्रैल में टीएमसी सांसद के रूप में इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद पश्चिम बंगाल से सातवीं राज्यसभा सीट भी खाली है. 24 जुलाई को इन छह सीटों के चुनाव के साथ उस सीट पर भी उपचुनाव होगा. टीएमसी ने ट्वीट करते हुए कहा, 'आगामी राज्यसभा चुनावों के लिए हमें डेरेक ओ'ब्रायन, डोला सेन, सुखेंदु शेखर, समीरुल इस्लाम, प्रकाश चिक बड़ाईक और साकेत गोखले की उम्मीदवारी की घोषणा करते हुए बहुत खुशी हो रही है.'
ऐसा है विधानसभा की संख्या
पार्टी ने सोमवार सुबह अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा कि हम सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं. राज्य की 294 सदस्यीय विधानसभा में टीएमसी के 216 विधायक हैं और उसे पांच भाजपा विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जो सत्तारूढ़ दल में शामिल हो गए, लेकिन अभी तक सदन से इस्तीफा नहीं दिया है. विधानसभा में भाजपा के पास 70 विधायक हैं.
पश्चिम बंगाल की इन सीटों के साथ-साथ गुजरात और गोवा की चार राज्यसभा सीटों के लिए भी चुनाव होंगे. निर्वाचन आयोग के कार्यक्रम के मुताबिक, वोटों की गिनती मतदान प्रक्रिया खत्म होने के एक घंटे बाद यानि 24 जुलाई को ही शाम 5 बजे होगी.
वोटों का समीकरण
वोटों का गणित देखें तो पश्चिम बंगाल विधानसभा में कुल 294 सदस्य हैं. राज्यसभा की छह सीटों पर चुनाव होने हैं, ऐसे में हर एक सीट जीतने के लिए 43 विधायकों का वोट चाहिए होगा. एक सीट पर बीजेपी की जीत तय है और उसके बाद भी पार्टी के पास 34 विधायकों के वोट बचेंगे. जबकि पांच सीटें जीतने के लिए TMC को 215 वोट चाहिए होंगे. टीएमसी कुछ विधायक अलग-अलग मामलों में जेल में बंद हैं. ऐसे में टीएमसी पांचवीं सीट बचाने के लिए जरूरी वोट के गणित में मामूली अंतर से पिछड़ती नजर आ रही है. अगर बीजेपी ने दो उम्मीदवार उतार दिए तो मुकाबला दिलचस्प हो सकता है.