
पीएनबी घोटाले का आरोपी और भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के अभी भारत आने की गुंजाइश नहीं है. मेहुल चोकसी बुधवार को डोमिनिका में पकड़ा गया था. उसके बाद चर्चा थी कि उसे सीधे वहां से भारत भेजा जा सकता है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. डोमिनिका की सरकार ने कहा है कि मेहुल चोकसी को एंटीगुआ को ही सौंपा जाएगा. उसके पास एंटीगुआ की ही नागरिकता है.
डोमिनिका सरकार की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि मेहुल चोकसी उनके देश में 'गैरकानूनी तरीके' से घुसने की कोशिश कर रहा था. डोमिनिका की नेशनल सिक्योरिटी और होम अफेयर्स से जुड़े मंत्रालय का कहना है कि वो एंटीगुआ और बरबूडा के अधिकारियों से संपर्क में हैं और उसे (मेहुल चोकसी) एंटीगुआ वापस भेजने की व्यवस्था की जाएगी.
बयान में कहा गया है कि "मिनिस्ट्री ऑफ नेशनल सिक्योरिटी एंड होम अफेयर्स इस बात की पुष्टि करता है कि भारतीय नागरिक और भारत के लिए वॉन्टेड मेहुल चोकसी को डोमिनिका में गैरकानूनी तरीके से आने के लिए हिरासत में लिया गया है." बयान में ये भी कहा गया है कि मेहुल चोकसी के खिलाफ इंटरपोल की तरफ से रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया है.
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बयान में कहा गया है कि डोमिनिका की सरकार एंटीगुआ के अधिकारियों के साथ संपर्क में है और एंटीगुआ की तरफ से कुछ जानकारी मांगी जा रही है. सारी जानकारी मिलने के बाद मेहुल चोकसी को एंटीगुआ वापस भेजने की व्यवस्था की जाएगी.
क्या है पूरा मामला?
मेहुल चोकसी मई 2018 से एंटीगुआ में रह रहा है और उसके पास वहां की नागरिकता भी है. 23 मई की शाम को मेहुल चोकसी एंटीगुआ स्थित अपने घर से गायब हो गया था. पता चला था कि वो क्यूबा भागने की फिराक में है, लेकिन बुधवार को उसे डोमिनिका में पकड़ लिया गया. एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गेस्टन ब्राउन का कहना था कि मेहुल चोकसी को भारत को ही सौंप देना चाहिए. हालांकि, डोमिनिका सरकार का कहना है कि वो एंटीगुआ को ही सौंपेगी.
जनवरी 2018 से फरार है मेहुल चोकसी
जनवरी की शुरुआत में पंजाब नेशनल बैंक में करीब 13 हजार करोड़ रुपये का घोटाला होने का खुलासा हुआ था. इस मामले में 30 जनवरी को सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की थी. लेकिन उससे पहले ही इस घोटाले के दो मुख्य आरोपी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी भारत छोड़कर भाग गए थे. तब से ही दोनों आरोपियों के प्रत्यर्पण की कोशिश की जा रही है. नीरव मोदी ब्रिटेन में है और वहां के गृह मंत्रालय ने उसके प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है. हालांकि, इसके खिलाफ नीरव मोदी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.