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'भ्रष्टाचार के ढाल के रूप में नहीं होना चाहिए जेंडर का इस्तेमाल...', महुआ मोइत्रा मामले पर बोलीं स्मृति ईरानी

तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा से जुड़े चल रहे विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि जेंडर को "भ्रष्टाचार के लिए ढाल" के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और जीवनशैली के बीच अंतर करना होगा.

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 27 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 7:54 AM IST

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने गुरुवार को कहा कि जेंडर का इस्तेमाल भ्रष्टाचार के लिए ढाल के रूप में करने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए क्योंकि यह उन महिलाओं के लिए बहुत बड़ा अपमान होगा जिन्होंने समानता के लिए लड़ाई लड़ी है. ईरानी ने यह बयान तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा से जुड़े कैश-फॉर-क्वेरी विवाद पर पूछे गए सवाल को लेकर दिया.

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महुआ मोइत्रा विवाद पर दी प्रतिक्रिया

ईरानी से पूछा गया था कि क्या ‘पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने’ के आरोप का सामना कर रहीं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद महुआ मोइत्रा को उनकी जीवनशैली के लिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि वह एक महिला हैं? 

स्मृति इरानी ने सवाल का जवाब देते हुए कहा, 'देश में हर कोई अपनी इच्छानुसार जीवन जीने के लिए स्वतंत्र है, लेकिन एक सांसद के रूप में संविधान के प्रति हमारा नैतिक और कानूनी कर्तव्य है. तो एक महिला के रूप में मेरा आपसे निवेदन यह होगा कि आप लैंगिकता (जेंडर) को भ्रष्टाचार के लिए ढाल के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए क्योंकि ऐसा करके फिर आप उन महिलाओं के प्रति बहुत बड़ा अन्याय करते हैं जिन्होंने समानता के लिए लड़ाई लड़ी है'

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ईरानी ने कहा, ‘मामला आचार समिति के समक्ष है, इसलिए इस पर टिप्पणी करना मेरे लिए अनुचित होगा. लेकिन मैं कहूंगी कि भ्रष्टाचार और जीवनशैली के बीच अंतर करना होगा.’

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महुआ पर लगे हैं रिश्वत लेकर सवाल पूछने के आरोप

महुआ मोइत्रा ने खुद को कैश-फॉर-क्वेरी विवाद के केंद्र में पाया, जो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के निशिकांत दुबे द्वारा उन पर लोकसभा में प्रश्न पूछने के लिए नकदी, उपहार और उपहार के रूप में रिश्वत लेने का आरोप लगाने के बाद शुरू हुआ. उन्होंने आरोप लगाया कि मोइत्रा ने अडानी समूह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने के लिए व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी के कहने पर रिश्वत ली.

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर को 15 अक्टूबर को लिखे एक पत्र में मोइत्रा पर अडाणी समूह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाना बनाने के लिए उद्योगपति दर्शन हीरानंदानी के कहने पर लोकसभा में सवाल पूछने के लिए रिश्वत लेने और फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया था. इसके बाद खुद दर्शन हीरानंदानी ने बयान जारी कर आरोपो की पुष्टि की.

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लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को दी गई अपनी शिकायत में दुबे ने मोइत्रा के खिलाफ आरोपों के समर्थन में वकील जय अनंत देहाद्रई द्वारा साझा किए गए दस्तावेजों का हवाला दिया है. बिरला ने मामले को भाजपा सदस्य विनोद कुमार सोनकर की अध्यक्षता वाली आचार समिति को भेज दिया है.तृणमूल कांग्रेस की सांसद मोइत्रा ने आरोपों को ‘ठुकराए हुए पूर्व प्रेमी’ का झूठ करार देते हुए खारिज कर दिया है. 

हीरानंदानी ने की आरोपी की पुष्टि

रियल स्टेट कारोबारी हीरानंदानी ने अपने हलफनामें में यह भी दावा किया है कि टीएमसी सांसद ने महंगे लग्जरी आइटम, दिल्ली में उनके बंगले की मरम्मत, यात्रा खर्च, छुट्टियों के अलावा देश और दुनिया में अलग-अलग जगहों पर यात्राओं के लिए उनसे कई बार मदद ली है. जाहिर है कि उन्होंने बिना सबूत ये आरोप नहीं लगाएं होंगे. क्योंकि इस तरह के गंभीर आरोप अगर झूठे निकलते हैं उल्टे दर्शन फंस सकते हैं. अगर ये आरोप साबित होते हैं तो महुआ की मुश्किलें बढ़नी तय हैं. कोर्ट में इन खर्चों के रिसीट यह साबित करने के लिए काफी हो जाएंगे कि उन्होंने रिश्वत लेकर संसद में सवाल पूछे थे.

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