
कागज और पर्यावरण को बचाने के लिए सरकारें तरह-तरह के जतन कर रही हैं. लेकिन उनके इन प्रयासों को जनता के चुने हुए विधायक ही पलीता लगा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला राजस्थान से सामने आया है. यहां विधानसभा में सरकारी पैसे खर्च करके iPads लगवाए गए. ताकि, विधायक कागज का कम से कम इस्तेमाल करें और इलेक्ट्रिक डिवाइस का इस्तेमाल करें.
विधायकों ने सरकार के इस प्रयास को ठेंगा दिखाते हुए iPads का इस्तेमाल पेपर स्टैंड की तरह करना शुरू कर दिया. तकनीक के प्रति विधायकों के इस रुखे व्यवहार का असर यह हुआ कि 4 iPad खराब हो गए और खुद विधानसभा अध्यक्ष को विधायकों से यह अपील करनी पड़ी कि वे iPads का इस्तेमाल पेपर स्टैंड की तरह न करें.
चार डिवाइस की करानी पड़ी मरम्मत
राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने विधायकों से अपनी अपील में कहा,'सदन में आपकी (विधायक) सीटों पर नए आईपैड लगाए हैं. उनका उचित इस्तेमाल करें, उन्हें पेपर स्टैंड की तरह उपयोग न करें. जो नए iPad लगाए गए थे, उनमें से 4 की मरम्मत करानी पड़ी.'
'कागज रख रहे, स्क्रीन पर दबाव डाल रहे'
देवनानी ने कहा,'कुछ विधायक आईपैड का इस्तेमाल कागजात रखने और पढ़ने के लिए स्टैंड के तौर पर कर रहे हैं. बार-बार अनुरोध के बावजूद डिवाइस का सही तरीके से इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है. चार सीटों पर लगाए गए आईपैड की मरम्मत करानी पड़ी, क्योंकि विधायक उन पर कागज रख रहे थे और स्क्रीन पर दबाव डाल रहे थे.'
'ऐसे इस्तेमाल करें जैसे आपका अपना हो'
उन्होंने आगे कहा,'विधायकों को आईपैड को लॉक नहीं करना चाहिए, उनसे फोन कनेक्ट नहीं करना चाहिए या उन्हें स्टैंड के रूप में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. इन नाजुक चीजों का इस्तेमाल इस तरह किया जाना चाहिए जैसे कि वे आपकी अपनी हों.'
विधायकों को प्रिंटर-लैपटॉप भी दिए गए
बता दें कि राजस्थान विधानसभा प्रोसेस को कागज रहित और डिजिटल बनाने के लिए शुरू की गई राष्ट्रीय ई-विधान एप्लीकेशन (नेवा) परियोजना के तहत सदन में सभी 200 विधायकों की सीटों पर आईपैड लगाए गए हैं. इसके अलावा विधायकों को उनके निवास के लिए प्रिंटर सहित लैपटॉप भी दिया गया है. इस परियोजना पर 16-17 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं.