
कोरोना संकट (Coronavirus Crisis) के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन (Harsh Vardhan) ने आज (शनिवार) वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक हाई लेवल बैठक की. जिसमें 11 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्री शामिल हुए. हर्षवर्धन की ये बैठक ऐसे हुई जब कई राज्यों से वैक्सीन की कमी के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बैठक में बताया कि देश में वैक्सीन की कमी कहीं नहीं है. इस बीच केंद्र सरकार ने रेमडेसिविर का प्रोडक्शन दोगुना करने की इजाजत भी दे दी है.
सरकार के हस्तक्षेप के बाद देश के तमाम रेमडेसिविर बनाने वाली कंपनियों ने इस इंजेक्शन की कीमत में कटौती करने का फैसला किया. ऐसे में अलग-अलग डोज के रेमडेसिविर के इंजेक्शन की कीमत पहले से कम हुई है.
कोरोना को लेकर बुलाई इस बैठक में हर्षवर्धन ने कहा कि अधिकांश राज्यों ने पिछले साल कोविड केसों के अपने उच्चतम स्तर को पार कर लिया है. उन्होंने राज्यों को एडवांस में और कोविड अस्पतालों की योजना बनाने, ऑक्सीजन युक्त बेड और अन्य बुनियादी ढांचे में वृद्धि करने की सलाह दी.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सरकार ने देश में शनिवार को वैक्सीन की 14 करोड़ 15 लाख डोज की सप्लाई की है. इस समय राज्यों के पास एक करोड़ 58 लाख डोज़ हैं और सप्लाई के अंदर वैक्सीन की 11684000 डोज़ हैं. देश में वैक्सीन की कमी नहीं है.
डॉ. हर्षवर्धन ने आगे कहा कि वेस्टेज को मिलाकर सब राज्यों ने लगभग 12,57,18,000 वैक्सीन की डोज़ का इस्तेमाल किया है. उन्होंने बताया कि 16 अप्रैल तक देश में करीब 12 करोड़ लोगों को वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है.
हालांकि, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हर्षवर्धन के दावे को नकारते हुए साफ कहा कि वैक्सीन नहीं मिल रही है. अशोक गहलोत ने यह भी कहा है कि एक तरफ तो हम पब्लिक को कोविड प्रोटोकॉल फॉलो करने के लिए कहते हैं और दूसरी तरफ चुनाव में लाखों लोगों की भीड़ की रैलियां और रोड शो होते रहे. ऐसा सब बिहार चुनाव से ही हो रहा है.