
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर NDA की उम्मीदवार बनाई गईं द्रोपदी मुर्मू पर एक कांग्रेस नेता के बयान के बाद बवाल शुरू हो गया है. दरअसल, कांग्रेस नेता अजय कुमार ने उन्हें लेकर कहा था कि द्रौपदी मुर्मू 'देश की एक बुरी विचारधारा' का प्रतिनिधत्व करती हैं. अजय कुमार ने आगे कहा था कि उन्हें (द्रौपदी मुर्मू) को आदिवासियों का प्रतीक नहीं बनाना चाहिए.
कांग्रेस नेता ने एजेंसी से बात करते हुए कहा कि अनुसूचित जातियों की हालत 'बदतर' हो गई है. कांग्रेस के नेतृत्व वाले UPA गठबंधन की तरफ से पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को मैदान में उतारा गया है. अजय कुमार ने कहा कि यशवंत सिन्हा एक अच्छे उम्मीदवार हैं. द्रौपदी मुर्मू एक सभ्य व्यक्ति हैं, लेकिन वह भारत के एक बहुत ही बुरे पक्ष का प्रतिनिधित्व करती हैं.
अजय कुमार ने कहा कि देश में राम नाथ कोविंद राष्ट्रपति हैं. हाथरस जैसी घटना हो गई. क्या उन्होंने एक शब्द भी कहा? उन्होंने आगे कहा कि अनुसूचित जातियों की हालत और खराब हो गई है. राष्ट्रपति चुनाव को देश की आत्मा की लड़ाई बताते हुए, कांग्रेस नेता ने कहा कि सभी समान विचारधारा वाली पार्टियों को विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को वोट देना चाहिए. बता दें कि 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होने हैं.
भाजपा ने किया पलटवार
भाजपा के आईटी सेल प्रभारी अमित मालवीय ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में एनडीए ने जब एक आदिवासी समाज की महिला को राष्ट्रपति पद के लिए नामित किया है. तब कांग्रेस के नेता उनकी इसलिए बुराई कर रहे हैं क्योंकि वह आदिवासी गहैं. वहीं, अजय कुमार पर पलटवार करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस ने मुर्मू का अपमान किया है.
कांग्रेस माफी मांगे- मुंडा
अजय कुमार के बयान पर अर्जुन मुंडा ने कहा कि जो काम वो (कांग्रेस) नहीं कर सके, वो प्रधानमंत्री ने किया. उनका बयान आदिवासी विरोधी होने का चरित्र प्रदर्शित कर रहा है. अजय कुमार के बयान पर पूरी कांग्रेस को देश से माफी मांगनी चाहिए और दौर्पदी मुर्मू को समर्थन देना चाहिए.
ओडिशा के मयूरभंज से आती हैं मुर्मू
यदि चुनी जाती हैं तो द्रौपदी मुर्मू भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति और देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी. वह झारखंड की पहली महिला राज्यपाल थीं (2015 से 2021 तक) तक रह चुकी हैं. ओडिशा के पिछड़े जिले मयूरभंज के एक गांव में एक गरीब आदिवासी परिवार में जन्मी मुर्मू ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद अपनी पढ़ाई पूरी की.
भाजपा में कई पदों पर किया काम
द्रौपदी मुर्मू 2013 से 2015 तक भाजपा के एसटी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य थीं और उन्होंने 2010 और 2013 में मयूरभंज (पश्चिम) के भाजपा जिला प्रमुख के रूप में कार्य किया. 2006 और 2009 के बीच, वह ओडिशा में भाजपा के एसटी मोर्चा की प्रमुख थीं. वह 2002 से 2009 तक भाजपा एसटी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य रहीं.