
नूंह में 31 जुलाई को धार्मिक जुलूस पर पथराव के बाद हिंसा फैल गई थी. हिंसा के दौरान जमकर पथराव और फायरिंग हुई थी. इस दौरान उपद्रवियों ने दुकानों और गोदामों में भी तोड़फोड़ और लूटपाट की थी. ईस दौरान नूंह में स्थित सुनील मोटर्स बाइक के गोदाम पर भी उपद्रवियों ने हमला किया था. इस दौरान करीब 150 - 200 बाइक लूटी गई थीं, या उन्हें आग के हवाले कर दिया था.
सुनील मोटर्स बाइक के मालिक संजय बंसल ने बताया कि नूंह हिंसा में उनका बड़ा नुकसान हुआ है. उनके गोदाम से उपद्रवियों ने बाइक चुरा लीं. तमाम बाइक में आग भी लगाई गई. कुछ दिन बाद सुरक्षाबलों ने खेतों से बाइक बरामद की थीं. जबकि कुछ बाइक जलभराव में खड़ी मिलीं.
मुस्लिम चौकीदार ने भागकर बचाई थी जान
सुनील ने बताया कि उनके गोदाम का चौकीदार हारून है. हिंसा के दिन हारून ने भागकर अपनी जान बचाई थी. इसके बाद भीड़ ने उनके गोदाम पर धावा बोल दिया था. सुनील की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस वायरल वीडियो और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उपद्रवियों की पहचान कर रही है. सुनील ने बताया कि हारून दोबारा काम पर लौट आया है.
31 जुलाई को फैली थी हिंसा
हरियाणा के मेवात-नूंह में 31 जुलाई को बृजमंडल यात्रा निकाली गई थी. इसी दौरान यात्रा पर पथराव हो गया था. देखते ही देखते यह दो समुदायों में हिंसा में बदल गई. सैकड़ों कारों को आग लगा दी गई. साइबर थाने पर भी हमला किया गया. उपद्रवियों ने पुलिसकर्मियों पर भी हमला किया था. नूंह के बाद सोहना में भी पथराव और फायरिंग हुई. वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया. इसके बाद हिंसा की आग नूंह से फरीदाबाद-गुरुग्राम तक फैल गई. नूंह हिंसा में दो होमगार्ड समेत 6 लोगों की मौत हुई है. इसके बाद नूंह, फरीदाबाद, पलवल समेत कई जगहों पर इंटरनेट बंद कर दिया गया था. इसके अलावा नूंह में कर्फ्यू लगाया गया था.
हरियाणा में हिंसा को लेकर 142 FIR दर्ज की गई हैं. जबकि 312 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अकेले गुरुग्राम में हिंसा को लेकर 37 मामले दर्ज किए गए हैं. अब तक 70 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जबकि 93 लोगों को हिरासत में लिया गया है. इनमें से 80 से पूछताछ कर उन्हें छोड़ दिया गया.
(रिपोर्ट- Qasim Khan)