
भारत कोरोना वायरस की महामारी का कहर झेल रहा है. कोरोना संक्रमितों की तादाद के लिहाज से दुनिया में दूसरे नंबर पर पहुंच चुके भारत में कहीं तूफान, कहीं बारिश और बाढ़ तो कहीं भूकंप के झटके, प्रकृति का कहर भी जारी है. अंडमान निकोबार द्वीप समूह में मंगलवार की सुबह एकबार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए.
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक अंडमान निकोबार द्वीप समूह के डिगलीपुर से 20 किलोमीटर पूर्व-दक्षिण पूर्व में आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4 मापी गई. ये झटके सुबह 3 बजे महसूस किए गए.
बताया जाता है कि इस भूकंप की गहराई 20 किलोमीटर थी. वहीं, अंडमान निकोबार द्वीप समूह की राजधानी पोर्टब्लेअर में से 150 दूर भी 4.2 तीव्रता का भूकंप आया. सुबह 3.20 बजे इस भूकंप के झटके महसूस किए गए. पोर्टब्लेअर में महसूस किए गए भूकंप की गहराई 20 किलोमीटर थी.
लद्दाख के करगिल में भी भूकंप
लेह लद्दाख के करगिल में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. सुबह 5.47 बजे आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.4 मापी गई. इसकी गहराई 90 किलोमीटर बताई जाती है.
इसके अलावा नागालैंड के दीमापुर में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. 7 सितंबर की देर रात 11.06 बजे आए भूकंप का केंद्र दीमापुर से 66 किलोमीटर दूर था. इसकी गहराई 32 किलोमीटर थी.
हालांकि राहत की बात यह है कि कहीं से भी किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है. 48 घंटे के भीतर अंडमान निकोबार में आया यह दूसरा भूकंप था.
गौरतलब है कि अंडमान निकोबार में 6 सितंबर की सुबह भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. पिछले कुछ दिनों से हर दिन देश के किसी न किसी हिस्से में भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं. अभी एक दिन पहले ही महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई और नासिक में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे.