
असम में शुक्रवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप का केंद्र तेजपुर के पास था. रिक्टर स्केल पर भूकंप के झटकों की तीव्रता 3.7 थी. उधर, लद्दाख में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए.
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, असम में भूकंप सुबह 10 बजकर 5 मिनट पर आया. इसका केंद्र तेजपुर से 39 किलोमीटर दूर जमीन के 10 किलोमीटर अंदर था.
लद्दाख में 10:23 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए. इसका केंद्र लद्दाख में जमीन के 10 किलोमीटर अंदर था. इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.9 थी.
इससे पहले मार्च में भारत के कई राज्यों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.6 थी. भूकंप का असर दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, जम्मू कश्मीर, हिमाचल, पंजाब, मध्यप्रदेश और उत्तराखंड समेत पूरे उत्तर भारत में था. भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान का हिंदू कुश क्षेत्र था. इन झटकों के बाद लोग दहशत में आ गए और अपने अपने घरों से बाहर आ गए. हालांकि, गनीमत रही कि अब तक देश से किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर सामने नहीं आई थी.
क्यों आता है भूकंप?
धरती मुख्यत: चार परतों से बनी हुई है. इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट. क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहा जाता है. अब ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है जिन्हें टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है. यानि धरती की ऊपरी सतह 7 टेक्टोनिक प्लेटों से मिलकर बनी है. ये प्लेटें कभी भी स्थिर नहीं होती, ये लगातार हिलती रहती हैं, जब ये प्लेटें एक दूसरे की तरफ बढ़ती है तो इनमें आपस में टकराव होता है. कई बार ये प्लेटें टूट भी जाती हैं. इनके टकराने से बड़ी मात्रा में ऊर्जा निकलती है जिससे इलाके में हलचल होती है. कई बार ये झटके काफी कम तीव्रता के होते हैं, इसलिए ये महसूस भी नहीं होते. जबकि कई बार इतनी ज्यादा तीव्रता के होते हैं, कि धरती फट तक जाती है.