
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग के केस में मंगलवार को बिजनेसमैन और अवंता ग्रुप के प्रमोटर गौतम थापर को गिरफ्तार किया है. जांच एजेंसी ने हाल ही में मनी लॉन्ड्रिंग केस में दिल्ली और मुंबई में अवंता ग्रुप और थापर समेत इसके कई वरिष्ठ अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी. इसके बाद थापर से पूछताछ भी की गई थी.
थापर पर बैंक फंड का दुरुपयोग करने, संबंधित पक्षों के साथ फर्जी लेनदेन, गलत तरीके से बैंकों से लोन लेने, नकली वाउचर और वित्तीय विवरण देने, आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी के आरोप हैं. जांच एजेंसी इन्हीं मामलों में थापर के खिलाफ जांच कर रही हैं. थापर पर ये आरोप फॉरेंसिक ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर लगे.
ईडी ने दो मामले किए दर्ज
सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने गौतम थापर और उनकी फर्म और सहयोगियों के खिलाफ दो केस दर्ज किए हैं. इनमें से एक केस यस बैंक के साथ 467 करोड़ रुपए की हेराफेरी का है. जांच एजेंसी के मुताबिक, यस बैंक के पूर्व कार्यकारी निदेशक राणा कपूर ने अवंता रियलिटी से बाजार से काफी कम कीमत पर संपत्ति के तौर पर रिश्वत ली. आरोप है कि राणा कपूर ने यह रिश्वत थापर की कंपनी को लोन चुकाने में यस बैंक से मोहलत मिल सके, इसके लिए ली. इस संपत्ति की मार्केट वैल्यू 685 करोड़ रुपए है.
वहीं, थापर पर दूसरा केस एसबीआई की शिकायत पर दर्ज कराया गया. SBI की शिकायत के आधार पर सीबीआई ने सीजी पावर एंड इंडस्ट्रियल सॉल्यूशन लिमिटेड, इसके मैनेजिंग डायरेक्टर गौतम थापर और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ 2435 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने के मामले में केस दर्ज किया है.