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मनी लॉन्ड्रिंग केस में बढ़ीं प्रियंका गांधी की मुश्किलें! ED की चार्जशीट में पहली बार आया नाम

मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पहली बार ईडी ने अपनी चार्जशीट में प्रियंका गांधी और उनके पति रॉबर्ड वाड्रा का नाम भी मेंशन किया है. यह पूरा मामला हरियाणा में जमीन खरीद से जुड़ा हुआ है. हालांकि, उनका नाम आरोपी के तौर पर दर्ज नहीं किया गया है.

Priyanka Gandhi Priyanka Gandhi
मुनीष पांडे
  • नई दिल्ली,
  • 28 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 11:22 AM IST

मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अपनी चार्जशीट में पहली बार प्रियंका गांधी के नाम का भी जिक्र किया है. हालांकि, उनका नाम आरोपी के तौर पर दर्ज नहीं किया गया है. ईडी की चार्जशीट में प्रियंका के नाम का उल्लेख जमीन खरीद के आरोपी से जुड़े होने के संदर्भ में किया गया है. इस चार्जशीट में प्रियंका के साथ उनके पति रॉबर्ट वाड्रा के नाम का जिक्र भी है.

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ईडी की चार्जशीट के मुताबिक संजय भंडारी के एक कथित सहयोगी सीसी थम्पी ने दिल्ली-एनसीआर के रियल एस्टेट एजेंट एचएल पाहवा के माध्यम से 2005 से 2008 तक हरियाणा के फरीदाबाद जिले के गांव अमीपुर में 486 एकड़ जमीन खरीदी. रॉबर्ट वाड्रा ने 2005-2006 तक एचएल पाहवा से अमीपुर में 334 कनाल (40.08 एकड़) जमीन के 3 टुकड़े भी खरीदे और दिसंबर 2010 में उसी जमीन को एचएल पाहवा को बेच दिया.

जिससे खरीदी, उसे ही बेच दी जमीन

चार्जशीट के मुताबिक रॉबर्ट वाड्रा की पत्नी प्रियंका गांधी वाड्रा ने अप्रैल 2006 में एचएल पाहवा से अमीपुर गांव में 40 कनाल (5 एकड़) कृषि भूमि खरीदी. फरवरी 2010 में उसी जमीन को एचएल पाहवा को बेच दिया गया. इस दौरान पाहवा को भूमि अधिग्रहण के लिए नकदी भी प्राप्त हो रही थी. ईडी ने आरोप लगाया है कि रॉबर्ट वाड्रा ने बिक्री का पूरा पैसा पाहवा को नहीं दिया. इस संबंध में जांच अभी भी जारी है. बता दें कि 2019 में प्रियंका गांधी और रॉबर्ट वाड्रा से जुड़े इस भूमि सौदे की खबर आज तक ने ही ब्रेक की थी.

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2016 में ब्रिटेन भाग गया था भंडारी

ईडी ने मंगलवार को आरोप पत्र दाखिल किया है. भंडारी 2016 में ब्रिटेन भाग गया था. ब्रिटिश सरकार ने ईडी और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के कानूनी अनुरोध पर कार्रवाई करते हुए इस साल जनवरी में भारत में उसके प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी थी. ईडी और सीबीआई विदेश में कथित अघोषित संपत्ति रखने के लिए संजय भंडारी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग और कर चोरी के आरोपों की जांच कर रही हैं.

थंपी वाड्रा का करीबी सहयोगी: ED

बता दें कि इस मामले में थंपी को जनवरी 2020 में गिरफ्तार किया गया था और ईडी ने आरोप लगाया था कि वह वाड्रा का करीबी सहयोगी था. थम्पी फिलहाल जमानत पर बाहर है. संजय भंडारी के पास विभिन्न अघोषित विदेशी आय और संपत्तियां हैं, जिनमें नंबर 12 ब्रायनस्टन स्क्वायर, लंदन और 6 ग्रोसवेनर हिल कोर्ट, लंदन में निम्नलिखित संपत्तियां शामिल हैं.

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