Advertisement

पश्चिम बंगाल में 10 अलग-अलग जगहों पर ED की छापेमारी, राशन घोटाला केस में हुई कार्रवाई

केंद्रीय जांच एजेंसी शेख शाहजहां, बकीबुर रहमान, अनीसुर रहमान और बशीरहाट सीमा पर प्रसिद्ध तस्करी किंग बारिक बिस्वास के बीच नेटवर्क के दस्तावेज इकट्ठा करने के लिए उनके ठिकानों पर यह कार्रवाई की.

 राशन घोटाला मामले में पश्चिम बंगाल में ईडी की छापेमारी. (प्रतीकात्मक तस्वीर) राशन घोटाला मामले में पश्चिम बंगाल में ईडी की छापेमारी. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
राजेश साहा
  • कोलकाता,
  • 30 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 12:28 PM IST

ईडी ने राशन घोटाला मामले में मंगलवार को पश्चिम बंगाल में कम से कम 10 स्थानों पर छापेमारी की. केंद्रीय जांच एजेंसी ने अनीसुर रहमान के आवास पर भी रेड डाली, जो नॉर्थ 24 परगना जिले के देगंगा क्षेत्र के टीएमसी ब्लॉक अध्यक्ष हैं. अनीसुर जेल में बंद पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक के करीबी माने जाते हैं. ईडी ने तस्करी के कई मामलों में आरोपी बारिक बिस्वास के आवास पर भी छापेमारी की. उन्हें भी मल्लिक का करीबी भी माना जाता है. 

Advertisement

एजेंसी द्वारा बशीरहाट, राजारहाट में उनके घर और कई चावल मिलों की तलाशी ली गई. इससे पहले कथित मवेशी तस्करी, कोयला तस्करी, सोना तस्करी के कई मामलों में उनका नाम आया था. उन्हें विभिन्न एजेंसियों द्वारा कई बार गिरफ्तार किया गया है. अब ईडी की छापेमारी के बाद कारोबारी बारिक बिस्वास का नाम राशन घोटाले में भी जुड़ रहा है. जांच अधिकारियों का मानना ​​है कि बारिक बिस्वास ने अपने ईंट-पत्थर और सोने के कारोबार में भारी मात्रा में काला धन निवेश किया है, जो उन्होंने राशन घोटाले से कमाया था.

ईडी ने बारिक बिस्वास की दो महंगी कारों की भी तलाशी ली है. ईडी सूत्रों का दावा है, राशन घोटाला मामले की जांच के दौरान, पता चला है कि ज्योतिप्रियो मल्लिक ने एक मजबूत नेटवर्क बनाकर यह स्कैम जारी रखा, जिसमें बशीरहाट के बारिक बिस्वास, संदेशखाली के शेख शाहजहां, देगंगा के बाकिबुर रहमान सहित कई ताकतवर लोग शामिल थे. यह नेटवर्क राशन घोटाले के अलावा जमीन सौदे, तस्करी समेत कई तरह की अवैध गतिविधियों में शामिल है.

Advertisement

केंद्रीय जांच एजेंसी शेख शाहजहां, बकीबुर रहमान, अनीसुर रहमान और बशीरहाट सीमा पर प्रसिद्ध तस्करी किंग बारिक बिस्वास के बीच नेटवर्क के दस्तावेज इकट्ठा करने के लिए उनके ठिकानों पर यह कार्रवाई की. ईडी सूत्रों का दावा है कि उन्हें बाकिबुर और अनीसुर के खिलाफ पहले ही कई दस्तावेज मिल चुके हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement