
प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने पिछले पांच साल में अलग-अलग मामलों में कुल 374 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें कई कॉरपोरेट्स के डायरेक्टर्स भी शामिल हैं. इन सभी को मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में गिरफ्तार किया गया. ये जानकारी सरकार की ओर से संसद में दी गई है. लोकसभा में एक लिखित सवाल के लिखित जवाब में वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने ये जानकारी दी है.
वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी की ओर से संसद में दिए गए लिखित जवाब के मुताबिक ईडी के एक्शन से संबंधित ये आंकड़े 28 फरवरी 2023 तक के हैं. उन्होंने संसद में ये भी जानकारी दी है कि ईडी ने कितने करोड़ रुपये की संपत्ति इस अवधि में जब्त की है. वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने बताया है कि ईडी ने 33 हजार 862 करोड़ 20 लाख रुपये की संपत्ति जब्त की है.
उन्होंने कहा कि ईडी की ओर से जब्त की गई संपत्ति के इन आंकड़ों में फ्रॉड के बड़े मामलों में की गई कार्रवाई भी शामिल है. वित्त राज्यमंत्री ने कहा कि 33 हजार 862 करोड़ से अधिक की जब्त की गई संपत्ति में स्टर्लिंग बॉयोटेक के साथ ही विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के मामलों में की गई कार्रवाई भी शामिल है.
वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने संसद में अपने लिखित जवाब में ये जानकारी भी दी है कि इसमें से 15 हजार 113 करोड़ 2 लाख रुपये की संपत्ति जब्त कर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को सौंप भी दी गई है. गौरतलब है कि वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने एक सप्ताह पहले ईडी की ओर से दर्ज किए गए मामलों को लेकर सवाल का लोकसभा में लिखित जवाब दिया था.
वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में दिए गए लिखित जवाब में जानकारी दी थी कि पिछले पांच साल में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित 3497 केस दर्ज किए. उन्होंने ये बताया था कि साल 2018-19 में 195, साल 2019-20 में 562, 2020-21 में 981, साल 2021-22 में 1180 और साल 2022-23 में 28 फरवरी तक 579 मामले ईडी ने दर्ज किए हैं.