
देश 26 जनवरी को अपना 74वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है. ऐसे में तैयारियों जोरों पर हैं. दिल्ली के कर्तव्य पथ पर सोमवार को गणतंत्र दिवस की फुल डेस रिहर्सल की गई, जिसमें भारतीय थल सेना, वायुसेना, नौसेा और पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों ने हिस्सा लिया. लेकिन इस बीच मिस्र की सेना की टुकड़ी ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा.
मिस्र की सेना के 144 जवानों की यह टुकड़ी गणतंत्र दिवस की परेड में हिस्सा लेगी. सोमवार को मिस्र की इस टुकड़ी ने भारतीय जवानों के साथ कदम से कदम मिलाकर रिहर्सल की. 26 जनवरी की इस परेड में मिस्र की सेना का 12 सदस्यीय बैंड भी हिस्सा लेगा.
मिस्र के राष्ट्रपति अल सीसी होंगे चीफ गेस्ट
हर साल गणतंत्र दिवस पर किसी देश का प्रमुख चीफ गेस्ट होता है. इस बार मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी गणतंत्र दिवस समारोह पर मुख्य अतिथि होंगे.
इस दौरान उनके साथ एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी भारत दौरे पर होगा, जिसमें पांच मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे. अल सीसी 24 जनवरी को भारत पहुंचेंगे.
विदेश मंत्रालय ने आधिकारिक बयान जारी कर बताया कि यह पहली बार है, जब मिस्र के राष्ट्रपति को गणतंत्र दिवस पर बतौर चीफ गेस्ट आमंत्रित किया गया है. मिस्र की सेना की एक टुकड़ी गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा भी लेगी.
गणतंत्र दिवस के जश्न से पहले भारत और मिस्र की सेना संयुक्त सैन्याभ्यास कर रही है. यह सैन्याभ्यास 14 दिनों का है.
गणतंत्र दिवस परेड में विदेशी सेना की टुकड़ी का इतिहास
पहली बार 2016 में फ्रांस की सेना की एक टुकड़ी ने गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लिया था. यह पहला मौका था, जब किसी विदेशी देश की टुकड़ी गणतंत्र दिवस परेड में शामिल हुई थी.
इसके बाद 2017 में संयुक्त अरब अमीरात के प्रेजिडेंशियल गार्ड ने 68वें गणतंत्र दवस परेड में हिस्सा लिया था. इसके बाद 2021 में बांग्लादेश सेना की टुकड़ी ने भी गणतंत्र दिवस परेड में शिरकत की थी.