
अरुणाचल प्रदेश में बुधवार 24 अप्रैल को फिर से मतदान कराया गया. प्रदेश में चार विधानसभा क्षेत्रों के 8 मतदान केंद्रों पर बुधवार को दोबारा वोटिंग हुई. एक चुनाव अधिकारी का कहना है कि, दोबारा हुई वोटिंग में अनुमानित 74 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है. हालांकि, मतदान प्रतिशत इससे कहीं अधिक भी हो सकता है, क्योंकि समय समाप्त होने तक भी काफी लोग कतार में खड़े नजर आ रहे थे.
आठ मतदान केंद्रों पर पंजीकृत मतदाताओं की कुल संख्या 4,469 थी, जहां मतदान सुबह 6 बजे शुरू हुआ और दोपहर 2 बजे समाप्त हुआ. अधिकारी ने कहा कि 19 अप्रैल को राज्य में एक साथ हुए लोकसभा और विधानसभा चुनावों के दौरान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) को नुकसान पहुंचाने सहित हिंसा की रिपोर्टों के बाद रीपोलिंग जरूरी हो गई थी.
चुनाव आयोग ने पूर्वी कामेंग जिले में बामेंग विधानसभा क्षेत्र के तहत सारियो, कुरुंग कुमेय में न्यापिन खंड में लोंगटे लोथ और सियांग में रमगोंग सीट के तहत बोगने और मोलोम बूथों पर पुनर्मतदान का आदेश दिया था. मुख्य निर्वाचन अधिकारी पवन कुमार सेन ने कहा कि ऊपरी सुबनसिरी में नाचो निर्वाचन क्षेत्र के तहत डिंगसेर, बोगिया सियुम, जिम्बारी और लेंगी भी उन बूथों की सूची में थे जहां फिर से मतदान कराया गया था. रीपोलिंग के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये थे.
उन्होंने कहा, "इन आठ मतदान केंद्रों के लिए, हमारे पास सुरक्षा कर्मियों की व्यापक तैनाती थी और हमने यह तय किया था कि इस बार, अगर कुछ होता है या कोई अवैध रूप से ईवीएम को छीनने या छूने की कोशिश करता है, तो सख्त कार्रवाई शुरू की जाएगी." पूर्वोत्तर राज्य में 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए 50 विधायकों को चुनने के लिए कुल 8,92,694 मतदाताओं में से अनुमानित 82.71 प्रतिशत ने 19 अप्रैल को अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. सत्तारूढ़ भाजपा पहले ही दस विधानसभा सीटें निर्विरोध जीत चुकी है. राज्य में लोकसभा चुनाव में 77.51 प्रतिशत मतदान हुआ. विधानसभा चुनाव की मतगणना 2 जून को होगी, जबकि लोकसभा चुनाव की गिनती 4 जून को होगी.