
अपने गृह जनपदों से बाहर रहने वाले लोगों के मन में चुनाव आते ही ये सवाल जरूर उठता कि क्या वह वोट डालने जा पाएंगे. कारण, नौकरी-पढ़ाई आदि के चलते अधिकांश लोग वोट डालने नहीं जा पाते. ऐसे लोगों की समस्या का समाधान निर्वाचन आयोग ने कर दिया है. ऐसे लोगों के लिए रिमोट वोटिंग की सुविधा देने पर काम किया जा रहा है. अगर अब आप दिल्ली, मुंबई या किसी भी महानगर से अपने गांव, कस्बे या शहर के चुनाव में वोट डाल सकते हैं. हालांकि शर्त यह है कि आपका वोट आपके गृह नगर या गांव वाली वोटर लिस्ट में होना जरूरी है. अभी प्रायोगिक के तौर पर इसे आजमाया जा रहा है.
बता दें कि निर्वाचन आयोग ने प्रोटोटाइप रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (आरवीएम) विकसित की है. यह एक रिमोट पोलिंग बूथ से ही 72 निर्वाचन क्षेत्रों का मतदान करा सकती है. रिमोट सेंसिंग EVM में राज्य, जिला, तहसील और गांव का चुनाव करने के बाद आपको पोलिंग बूथ सेलेक्ट करना होगा. इसके बाद अब देश के किसी भी हिस्से से अपने गृह जनपद में वोटिंग कर सकेंगे. भारत निर्वाचन आयोग ने प्रोटोटाइप आरवीएम के प्रदर्शन के लिए राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया है.
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार की अध्यक्षता और दोनों आयुक्त अनूप चन्द्र पाण्डेय व अरुण गोयल को शामिल कर बनी स्वमिति ने घरेलू प्रवासी मतदाताओं के लिए रिमोट मतदान केंद्रों अर्थात गृह निर्वाचन क्षेत्र के लिए रोजगार/शिक्षा स्थल के मतदान केंद्रों से मतदान करने में सक्षम करने के लिए समय की कसौटी पर खरे उतरे M3 ईवीएम मॉडल के संशोधित संस्करण का उपयोग करने का विकल्प ढूंढा है. इस तरह प्रवासी मतदाता को अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए वापस अपने गृह जिले की यात्रा करने की जरूरत नहीं होगी.