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डोर-टू-डोर कैंपेन और रैलियों पर लगेगा बैन? Omicron संकट के बीच आज कड़े फैसले ले सकता है EC

ओमिक्रॉन संकट के बीच चुनाव आयोग कड़े फैसले ले सकता है. इसमें इस बात पर भी चर्चा होगी कि क्या डोर टु डोर कैंपेंनिंग, रैलियों पर बैन लगाया जाए.

चुनाव आयोग कड़े कोविड प्रोटोकॉल लागू करेगा (सांकेतिक तस्वीर) चुनाव आयोग कड़े कोविड प्रोटोकॉल लागू करेगा (सांकेतिक तस्वीर)
ऐश्वर्या पालीवाल
  • नई दिल्ली,
  • 04 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 2:20 PM IST
  • ओमिक्रॉन संकट के बीच पांच राज्यों में होने हैं विधानसभा चुनाव
  • विधानसभा चुनाव तय वक्त पर होंगे यह पहले ही साफ हो चुका है

पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले चुनाव आयोग (Election Commission) आज मंगलवार को एक अहम मीटिंग कर रहा है. कोरोना और नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के संकट को देखते हुए इसमें कई कड़े फैसले लिए जा सकते हैं. 

मिली जानकारी के मुताबिक, चुनाव आयोग इन बातों पर विचार कर रहा है कि क्या डोर-टु-डोर कैंपेनिंग को बैन किया जाए? क्या चुनावी रैली और सभाओं पर प्रतिबंध लगाया जाए? ऐसा हुआ तो सिर्फ वर्चुअल रैलियों की इजाजत होगी.

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वैक्सीन नहीं लगी होगी तब भी डाल सकेंगे वोट

चुनाव आयोग पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के दौरान कोविड प्रोटोकॉल को सख्त बनाने पर विचार कर रहा है. इसमें रैलियों पर भी सख्त नियम लागू होंगे. हालांकि, जिनको वैक्सीन नहीं लगी होगी उनको वोट डालने से नहीं रोका जाएगा. वोटिंग के अधिकार को ध्यान में रखकर ऐसा सोचा गया है.

बता दें कि आने वाले कुछ महीनों में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर शामिल है. चुनाव आयोग मीटिंग के अधिकारी इस बात पर भी चर्चा करेंगे कि किस राज्य में कितने चरणों में विधानसभा चुनाव कराए जाएं.

पांच राज्यों के ये विधानसभा चुनाव ऐसे वक्त में होने हैं जब देश में ओमिक्रॉन संकट बढ़ रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि देश में ओमिक्रॉन के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 1,892 हो चुकी है. महाराष्ट्र और दिल्ली में ओमिक्रॉन के सबसे ज़्यादा 568 और 382 मामले हैं. ओमिक्रोन के 1,892 मरीज़ों में से 766 मरीज़ रिकवर हो गए हैं.

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